भुवनेश्वर में 7 से 11 दिसंबर 2024 तक आयोजित 39वीं राष्ट्रीय जूनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में मध्यप्रदेश राज्य एथलेटिक्स अकादमी के एथलीटों ने असाधारण प्रदर्शन करते हुए नए इतिहास रच दिए। इस चैम्पियनशिप में विनोद सिंह ने बालक अंडर-20 वर्ग के 5000 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीतकर और नया मीट रिकॉर्ड बनाकर अपने राज्य का मान बढ़ाया।
विनोद सिंह का ऐतिहासिक प्रदर्शन
विनोद सिंह ने इस प्रतियोगिता में 14:12.67 मिनट के समय के साथ स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। यह केवल एक पदक नहीं था, बल्कि उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से नई मीट रिकॉर्ड भी स्थापित की। विनोद की इस उपलब्धि ने न केवल मध्यप्रदेश राज्य एथलेटिक्स अकादमी बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित किया है। उनकी यह उपलब्धि दर्शाती है कि सही प्रशिक्षण और मेहनत से बड़ी से बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है।
विकास कुमार बिंद का सराहनीय प्रयास
इसी इवेंट में मध्यप्रदेश के विकास कुमार बिंद ने भी अपनी उत्कृष्टता साबित की। उन्होंने 14:13.52 मिनट का प्रदर्शन किया और चौथा स्थान हासिल किया। यह समय पिछले मीट रिकॉर्ड से बेहतर था, जो पहले मध्यप्रदेश के ही एथलीट सुनील डावर के नाम था। सुनील ने 14:13.95 मिनट का समय दर्ज किया था। विकास की यह उपलब्धि दिखाती है कि राज्य के युवा एथलीट निरंतर नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार हैं।
राज्य एथलेटिक्स अकादमी की उत्कृष्टता
मध्यप्रदेश राज्य एथलेटिक्स अकादमी लगातार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ रही है। यह सफलता एथलीटों के समर्पण और उनके प्रशिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन का परिणाम है। एस.के. प्रसाद और संदीप सिंह जैसे प्रशिक्षकों ने एथलीटों को सही दिशा दी और उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाया।
खेल मंत्री की प्रतिक्रिया
मध्यप्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने इस शानदार प्रदर्शन पर एथलीटों और उनके प्रशिक्षकों को बधाई दी। उन्होंने कहा:
“यह प्रदर्शन प्रदेश के खेल इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ता है। राज्य एथलेटिक्स अकादमी के एथलीटों की इस उपलब्धि से हमें अपार गर्व हुआ है।”
मंत्री जी ने यह भी कहा कि यह सफलता राज्य में खेलों को बढ़ावा देने की दिशा में उठाए गए ठोस कदमों का परिणाम है।
5000 मीटर दौड़: एथलीटों की तैयारी और संघर्ष
5000 मीटर दौड़ जैसे चुनौतीपूर्ण इवेंट के लिए गहन प्रशिक्षण और सही रणनीति की आवश्यकता होती है। राज्य एथलेटिक्स अकादमी के कोचों ने एथलीटों को
- स्टेमिना बढ़ाने के लिए विशेष अभ्यास करवाए।
- स्पीड ट्रेनिंग और ताकत बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया।
- मनोवैज्ञानिक रूप से तैयार करने के लिए मोटिवेशनल सेशन आयोजित किए।
विनोद सिंह और विकास कुमार बिंद की सफलता इन्हीं तैयारियों का परिणाम है।
मध्यप्रदेश के खेलों का उज्ज्वल भविष्य
मध्यप्रदेश राज्य एथलेटिक्स अकादमी न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है।
- उन्नत सुविधाएं और उपकरण
- विशेषज्ञ प्रशिक्षकों की टीम
- स्पोर्ट्स साइंस और पोषण पर ध्यान
यह सभी तत्व मिलकर मध्यप्रदेश को भारत के खेल मानचित्र पर सबसे आगे रख रहे हैं।
खेल जगत के लिए प्रेरणा
विनोद सिंह और विकास कुमार बिंद की यह उपलब्धि युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत है। यह सफलता हमें यह सिखाती है कि दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत और सही मार्गदर्शन से कुछ भी असंभव नहीं है।