पन्ना: मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघ पी-123 के सिर और अन्य अंगों को काटने वाले तीन आरोपियों का पता चल चुका है. स्पेशल टॉस्क फोर्स और पन्ना टाइगर रिजर्व ने गुरुवार को कार्रवाई करते हुएआरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस सफलता के लिए प्रधान वन संरक्षक (वन्य-प्राणी) द्वारा अमले के उत्कृष्ट कार्य के लिये उन्हें सम्मानित किया जायेगा.
प्रधान वन संरक्षक (वन्य-प्राणी) ने बताया कि आरोपी छतरपुर जिले के ग्राम पलकोहा निवासी घनश्याम कुशवाह उर्फ डॉक्टर,अच्छेलाल पिता भूरा और नत्थू मोती ने अपराध स्वीकार कर लिया है.आरोपियों ने बताया कि बाघ के अंगों को काटने के बाद उन्होंने पकड़े जाने के डर से बाघ को केन नदी में फेंक दिया था और अंगों को काटकर गाड़ दिया था. उस स्थल से भी एसटीएफ द्वारा कुछ अवशेष जब्त किये गये हैं. जिन्हें फॉरेंसिक जांच के लिये भेजा रहा रहा है.
बता दें कि 7 अगस्त को एक बाघ पी-123 का शव बिना सिर के केन नदी के किनारे पड़ा मिला था. इस पर वन विभाग ने दलील दी थी कि नदी में गिरने से मगरमच्छ उसका सिर खा गए.