भोपाल (मध्य प्रदेश): मध्य प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भोपाल के तुलसी नगर और शिवाजी नगर में 29 हजार पेड़ों को काटकर विधायकों और अफसरों के आवास बनाने की योजना को रद्द कर दिया है। यह घोषणा राज्य के कई मंत्रियों और विधायकों द्वारा वनों की कटाई के प्रस्ताव पर आपत्ति जताए जाने के बाद की गई।
नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर 2300 करोड़ रुपये की परियोजना को रद्द करने के अपने फैसले की जानकारी दी और वैकल्पिक योजना खोजने पर जोर दिया।
एक्स पर पोस्ट में कहा गया है, “पर्यावरण संरक्षण और क्षेत्र में मौजूदा पेड़ों की उपस्थिति को ध्यान में रखते हुए नए भोपाल के लिए पुनर्विकास योजना को गहन विचार-विमर्श के बाद पूरी तरह से खारिज कर दिया गया है। प्रस्तावित योजना के लिए वैकल्पिक स्थान तलाशने के निर्देश जारी किए गए हैं।”
12 जून से इस परियोजना के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। सोमवार शाम को सेकंड स्टॉप तुलसी नगर से कैंडल मार्च निकालने का कार्यक्रम है। इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे। पूर्व पार्षद अमित शर्मा ने बताया कि ये 29 हजार पेड़ 50 से 70 साल पुराने हैं और इन्हें बचाने के लिए लोग सड़कों पर उतर रहे हैं।
आश्वासन के बावजूद विरोध जारी
आज शाम को होने वाला विरोध प्रदर्शन तय कार्यक्रम के अनुसार ही होगा। पूर्व पार्षद अमित शर्मा ने बताया कि उन्होंने मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की पोस्ट देखी है। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी मौखिक रूप से इस बात का आश्वासन देते हुए कहा था, “सरकार आदेश जारी करे, तभी हम हटेंगे। आज शाम को होने वाला कैंडल मार्च तय कार्यक्रम के अनुसार ही होगा।”
यह निर्णय क्षेत्र में मौजूदा पेड़ों और पर्यावरण संरक्षण पर सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद लिया गया है। निर्देश का उद्देश्य इसके बजाय वैकल्पिक स्थानों की तलाश करना है। इसके अतिरिक्त, जमीनी स्तर पर नए प्रस्ताव के लिए नागरिकों और प्रतिनिधियों के साथ प्रारंभिक परामर्श आयोजित किया जाएगा।