MP CM HELPLINE NEWS: – मध्यप्रदेश सरकार सीएम हेल्पलाइन पोर्टल (MP CM HELPLINE PORTAL) पर अत्यधिक और अनावश्यक शिकायतें करने वाले व्यक्तियों पर नियंत्रण लगाने के लिए कड़े कदम उठाने पर विचार कर रही है। हाल ही में मुख्यमंत्री मोहन यादव (CM MOHAN YADAV) की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में इस विषय पर विशेष चर्चा की गई।
यह देखा गया है कि कुछ लोग एक ही दिन में पांच से दस शिकायतें दर्ज कर रहे हैं, जो सामान्य से काफी अधिक है। इसे देखते हुए सरकार ऐसे व्यक्तियों को एक दिन के लिए ब्लॉक करने की योजना बना रही है ताकि सिस्टम का दुरुपयोग रोका जा सके।
सीएम हेल्पलाइन पोर्टल का महत्व और उद्देश्य
सीएम हेल्पलाइन जनता की समस्याओं के समाधान और उनके कल्याण के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। इसका मुख्य उद्देश्य आम नागरिकों की शिकायतों का त्वरित और प्रभावी समाधान करना है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि यह सेवा नागरिकों की समस्याओं का निराकरण करने में अत्यंत कारगर साबित हो रही है। साथ ही, जो लोग इस सेवा का बेहतर तरीके से उपयोग कर रहे हैं, उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा, जबकि सेवा का दुरुपयोग करने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
शिकायतों की संख्या और उनका समाधान
हर दिन 181 एकीकृत नंबर पर करीब 60,000 कॉल प्राप्त होती हैं, जिसमें से कुल दर्ज शिकायतों में से लगभग 97.3% शिकायतों का समाधान किया जा चुका है। यह दर्शाता है कि सरकार जनता की समस्याओं के प्रति गंभीर है और उनका त्वरित समाधान कर रही है। लगभग 72% शिकायतों का निराकरण संतुष्टि स्तर के साथ किया जा चुका है, जो एक सकारात्मक संकेत है। हालांकि, अभी भी 2.7% शिकायतें लंबित हैं, जिनके शीघ्र समाधान के लिए प्रयास जारी हैं।
अत्यधिक शिकायतकर्ताओं पर सरकार की कार्रवाई
कुछ लोग, बिना आवश्यक कारण के, सीएम हेल्पलाइन पर बार-बार शिकायतें दर्ज कर रहे हैं। इससे हेल्पलाइन का कार्य प्रभावित हो रहा है और वास्तविक जरूरतमंद व्यक्तियों को समय पर समाधान नहीं मिल पा रहा है। सरकार ऐसे शिकायतकर्ताओं की पहचान करने और उन्हें एक दिन के लिए ब्लॉक करने पर विचार कर रही है, ताकि उन्हें इस सेवा का अनुचित उपयोग न करने के लिए प्रेरित किया जा सके। इस कदम से हेल्पलाइन की कार्यक्षमता बढ़ेगी और वास्तविक समस्याओं का समाधान तेजी से हो सकेगा।
एमएसएमई उद्यमियों की समस्याओं का त्वरित समाधान
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) उद्यमियों की समस्याओं का त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि औद्योगिक संस्थानों में उद्यमियों को सभी आवश्यक सुविधाएं, जैसे विकसित भूमि और आधारभूत संरचनाएं, जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा, अनुमतियों को शीघ्र प्राप्त करने के लिए नियमित समीक्षा की जाएगी, ताकि उद्यमियों को कार्य में किसी प्रकार की बाधा न हो।
पावरलूम क्षेत्र में संभावनाओं का विकास
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि राज्य के उन जिलों में, जहां पावरलूम क्षेत्र की संभावनाएं हैं, वहां आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएंगी। इससे संबंधित क्षेत्रों में औद्योगिक विकास को गति मिलेगी और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इसके साथ ही, राज्य में स्टार्टअप को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। अब तक मध्य प्रदेश में कुल 4500 स्टार्टअप और 70 इनक्यूबेटर स्थापित किए जा चुके हैं, जो राज्य के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
सीएम हेल्पलाइन के तहत बेहतर काम करने वालों को मिलेगा प्रोत्साहन
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव ने यह भी घोषणा की कि जो लोग सीएम हेल्पलाइन के तहत बेहतर काम कर रहे हैं, उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा। इसका उद्देश्य उन कर्मचारियों और अधिकारियों की पहचान करना है जो इस सेवा के माध्यम से जनता की समस्याओं का त्वरित और प्रभावी समाधान कर रहे हैं। इससे हेल्पलाइन की कार्यक्षमता में वृद्धि होगी और जनता का विश्वास इस सेवा में और अधिक मजबूत होगा।
सीएम हेल्पलाइन मध्य प्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान करना है। हालांकि, इस सेवा का दुरुपयोग करने वाले लोगों पर नियंत्रण लगाने के लिए सरकार सख्त कदम उठा रही है। साथ ही, एमएसएमई उद्यमियों की समस्याओं का त्वरित निराकरण करने और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए भी सरकार लगातार प्रयासरत है। यह सभी कदम राज्य के आर्थिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।