शुक्रवार को मुंबई के झवेरी बाजार के धनजी स्ट्रीट में एक छह मंजिला इमारत में लेवल 3 की आग लग गई। अग्निशमन विभाग ने 60 निवासियों को निकाल लिया है और किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। आग पर अब काबू पा लिया गया है।
एक निकाय अधिकारी ने कहा, “आग लगने पर परिसर के अंदर पचास से साठ लोग फंस गए थे, लेकिन अग्निशमन कर्मियों ने बगल की इमारत की सीढ़ियों का उपयोग कर उन्हें सुरक्षित बचा लिया।”
प्रसिद्ध मुंबादेवी मंदिर के पास धनजी स्ट्रीट पर स्थित व्हाइट हाउस की इमारत में देर रात करीब 1.30 बजे आग लगी।
दमकल की कम से कम 12 गाड़ियां आग बुझाने के अभियान में लगी हुई थीं और छह घंटे से अधिक के प्रयासों के बाद सुबह करीब 8 बजे आग पर काबू पाया गया।
एक 40 वर्षीय व्यक्ति मामूली रूप से झुलस गया और 108 आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा की एक मेडिकल टीम ने मौके पर उसका इलाज किया
भयंकर आग ने मुंबई के झावेरी बाजार में एक पांच मंजिला इमारत में विकराल रूप धारण कर ली है। इस घटना के बारे में विस्तृत जानकारी के अनुसार, इमारत में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। फायर ब्रिगेड की गाड़ियों की मदद से आग बुझाने की कोशिश की जा रही है। यह घटना शुक्रवार रात करीब 1.30 बजे हुई।
आग का तेजी से फैलना और उसकी प्रकोपी धुंध मुंबई के झावेरी बाजार में भयानक घटना का कारण बना। इमारत के अंदर बिल्डिंग के हर मंजिल पर भीषण आग ने अपनी चपेट में ले लिया। हालांकि, अभी तक किसी के घायल होने की खबर नहीं हुई है। इस घटना की जांच करने के लिए स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम जुटी है। फायर ब्रिगेड ने बताया कि इस आग को “लेवल 3” घोषित किया गया है, जो बहुत ही गंभीर माना जाता है।
मुंबई में ऐसी घटनाएं आम नहीं हैं। पहले भी कुछ ही दिन पहले मलाड इलाके में भी एक आग लग चुकी है, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इस घटना में विपरीत पुलिस और फायर ब्रिगेड की पहुंच देर से हुई, जिसके कारण आग का प्रकोप और बढ़ गया था। हजारों लोगों के घरों को आग के अग्रसर होने से बचाने के लिए बहुत कठिनाईयों का सामना करना पड़ा।
मुंबई में बड़ी शहरी आबादी के कई हिस्सों में ऐसी आगों की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। हाल ही में साउथ मुंबई के लोहार चॉल इलाके में भी एक इमारत में आग लग चुकी है। इस आग की शुरुआत बिजली की एक दुकान में हुई थी और जल्द ही इसने इमारत की पांच मंजिलों को आग की चपेट में ले लिया। यह इमारत का एक भवन है, जिसमें प्रेसिडेंट के साथ-साथ कमर्शियल ब्लॉक भी स्थित हैं। आग तब बुझाई गई थी, जब तक करीब 2-3 घंटे नहीं बित गए थे।
इन आगों के पीछे के कारण का पता लगाना और इन तरह के हादसों को रोकने के उपाय ढूंढ़ना महत्वपूर्ण है। इसके लिए सरकारी विभागों को अधिक सतर्कता और इन इलाकों में अधिक सुरक्षा व्यवस्था बनाने की आवश्यकता है। वहीं लोगों को भी इस तरह के घटनाओं के लिए तैयार रहना चाहिए और घरों में आग सुरक्षा के उपकरण जैसे आग निकालने की गैस की नल, आग निकालने का अवस्था आदि का होना चाहिए।
साथ ही साथ बिजली की सुरक्षा के उपकरणों का भी सही इस्तेमाल करना चाहिए। इन घटनाओं के बावजूद, दुर्घटनाग्रस्त इलाकों में निवास करने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं। इन योजनाओं के तहत अधिक सुरक्षा के उपकरण और विशेषज्ञों की टीमें इलाकों में तैनात की जाती हैं।