महाराष्ट्र में 9 विधान परिषद सीटों पर 21 मई को होने वाले चुनाव की नामांकन की प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो गई. इसकी अंतिम तारीख 11 मई है. 12 मई को नामांकन फॉर्म की जांच होगी और 14 मई को नाम वापस लिए जा सकेंगे.
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की महामारी के बीच चुनाव आयोग ने विधान परिषद चुनाव कराने की घोषणा कर दी है. इसी के साथ शिवसेना ने अपने दो उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं. इसमें मौजूदा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और नीलम गोरहे के नाम शामिल हैं. महाराष्ट्र में 9 सीटों के लिए 21 मई को चुनाव होंगे. कोरोना वायरस के देखते हुए चुनाव पर संकट के बादल मंडरा रहे थे लेकिन अब इसकी हरी झंडी दे गई है.
इसी के साथ महाराष्ट्र में 9 विधान परिषद सीटों पर 21 मई को होने वाले चुनाव की नामांकन की प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो गई. इसकी अंतिम तारीख 11 मई है. 12 मई को नामांकन फॉर्म की जांच होगी और 14 मई को नाम वापस लिए जा सकेंगे. हालांकि, शिवसेना को छोड़ दें तो अभी तक किसी भी राजनीतिक पार्टी ने विधान परिषद के लिए अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा नहीं की है.
महाराष्ट्र में 24 अप्रैल को विधान परिषद की नौ सीटें खाली हुई हैं. इन सीटों पर नीलम दिवाकर, हेमंत प्रभाकर, आनंद राजेंद्र ठाकुर, स्मिता उदय वाघ, पृथ्वीराज सयाजीराव देशमुख, किरण जगन्नाथ पावस्कर, अरुणभाऊ जनार्दन, चंद्रकांत, रघुवंशी और हरिसिंह राठौड़ के कार्यकाल पूरे हुए हैं. कोरोना संक्रमण के चलते 3 अप्रैल को चुनाव आयोग ने परिषद के चुनाव को रोक दिया था, लेकिन राज्यपाल के पत्र के बाद चुनाव की घोषणा 30 अप्रैल को होना निर्धारित है.
विधायकों के आंकड़ों के लिहाज से ठाकरे की जीत पक्की है. वहीं, मौजूदा विधायकों की संख्या के आधार पर देखें तो 9 में से 6 सीटें शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के खाते में जानी तय है जबकि बाकी 3 सीटें बीजेपी को मिल सकती हैं. उद्धव ठाकरे फिलहाल महाराष्ट्र विधानमंडल के किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं. 28 नवंबर 2019 को उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. 28 मई को 6 महीने पूरे हो रहे हैं. ऐसे में उद्धव ठाकरे को 28 मई से पहले विधानमंडल के किसी भी सदन का सदस्य होना जरूरी है.