धुले: पिछले कुछ दिनों में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी, आवश्यक दवाओं की कालाबाजारी और मानवता की कई अन्य अपमानजनक घटनाओं के कारण सड़कों पर मरीजों के मरने के मामले सामने आए हैं। इससे अब एक और आयाम जुड़ गया है। धुले के एक अस्पताल में इलाज के दौरान एक व्यक्ति की मौत के बाद, यह पता चला है कि कर्मचारियों ने उसकी जेब से पैसे चुराए हैं । यह सवाल एक बार फिर से उठा है कि क्या इस घटना ने मानवता को खत्म कर दिया है।
यह घटना धुले के श्री गणेश मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में हुई। पूरी घटना सीसीटीवी पर कैद हो गई है। इसमें अस्पताल के एक कर्मचारी को मृतक की जेब से पैसे निकालते हुए दिखाया गया है। रिश्तेदारों को सौंपने से पहले शव को व्यवस्थित रूप से पैक किया गया था।
अस्पताल के चार युवा कर्मचारियों ने यह काम किया। युवकों ने शव से भरे बैग की चेन खोल ली और मरीज की जेब से नकदी निकाल ली। फिर शव को परिजनों को सौंप दिया गया। जब परिजनों को इस बारे में पता चला तो उन्होंने अस्पताल प्रशासन को इसकी जानकारी दी। उनके दावे के मुताबिक, मृतक मरीज की जेब से 35,000 रुपये चोरी कर लिए गए हैं।
नासिक के एक अस्पताल में एक महिला की मौत के बाद ढाई तोले का वजन वाला सोने का आभूषण चोरी
कुछ दिन पहले नासिक के एक अस्पताल में मृत महिला के गले से ढाई तोले का एक सोने का बर्तन चोरी हो गया था। घटना स्पंदन अस्पताल में हुई। मृत महिला के बेटे ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
गौरव शिंदे की मां कल्याण शिंदे की तबीयत कोरोना की वजह से बिगड़ गई। उन्हें उनके परिवार द्वारा राजीव गांधी भवन इलाके में स्पंदन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। अस्पताल ने शव परिजनों को सौंप दिया। हालांकि, यह पता चला कि शिंदे के गले से करीब ढाई तोले वजनी सोने का आभूषण चुराया गया था।
गौरव शिंदे ने इस मामले को अस्पताल प्रशासन के संज्ञान में लाया। अस्पताल प्रशासन ने मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ की। सीसीटीवी चेक किया। हालांकि, जब चोरी का आभूषण नहीं मिला, तब गौरव शिंदे सरकारवाड़ा पुलिस स्टेशन पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई।