शिवसेना ने आज कहा कि गुजरात में विधानसभा चुनाव के मतों की गिनती के रुझानों से पता चलता है कि वहां के आवाम बीजेपी से खुश नहीं हैं
मुंबई: शिवसेना ने आज कहा कि गुजरात में विधानसभा चुनाव के मतों की गिनती के रुझानों से पता चलता है कि वहां के आवाम बीजेपी से खुश नहीं हैं.
गुजरात विधानसभा के रुझानों के अनुसार 182 सीटों में से 100 से अधिक सीटों पर बीजेपी जबकि कांग्रेस 70 से अधिक सीटों पर आगे चल रही है. राज्य में सामान्य बहुमत के लिए 92 सीटों पर जीत जरूरी है.
शिवसेना के सांसद संजय राउत ने कहा, ‘‘विकास के गुजरात मॉडल का हवाला देते हुए हम (बीजेपी) देश में सत्ता में आये हैं. अगर गुजरात में आवाम बीजेपी से खुश नहीं हैं तो उनका मन-मानस समझें, समझें कि देश में लोग क्या महसूस करते हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘बीजेपी को गुजरात के लोगों का मन-मानस तथा उनके खुश नहीं होने के कारण को समझना चाहिए.’’ राज्यसभा सदस्य ने दावा किया कि चाहे वह सुरक्षा का मामला हो अथवा, कश्मीर, पाकिस्तान, नोटबंदी, बेरोजगारी अथवा किसान आत्महत्या का मुद्दा हो, नरेंद्र मोदी की सरकार ने किसी भी मुद्दे पर सफलता नहीं पायी है.’’ उन्होंने कहा कि ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि गुजरात में बीजेपी बीजेपी का गठन करने जा रही है.
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन जनादेश देखते हुए यह साफ है कि आज जो गुजरात का मूड है वह देश का मूड है क्योंकि यह गुजरात ही है जिसने (बीजेपी को) जीत की राह दिखाई.
राउत की यह टिप्पणी शिवसेना द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तारीफ करने के बाद आयी है. शिवसेना ने राहुल की तारीफ करते हुए कहा है कि वह नतीजे की परवाह किये बगैर गुजरात में चुनावी जंग लड़ रहे थे और यही आत्मविश्वास राहुल को आगे ले जायेगा.
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने कहा कि अमेठी से सांसद 47 वर्षीय राहुल गांधी ने बेहद नाजुक मोड़ पर इस सबसे पुरानी पार्टी का बागडोर संभाला है.
शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में प्रकाशित एक संपादकीय में लिखा है, ‘‘राहुल गांधी ने बेहद नाजुक मोड़ पर कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर जिम्मेदारी स्वीकार की है. उन्हें शुभकामना देने में कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए.’’ पार्टी ने कहा कि राहुल गांधी ने गुजरात में अंतिम चुनावी परिणाम की परवाह किये बगैर चुनाव प्रचार में खुद को झोंका.