नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ट्वीट कर बताया कि उनकी जानकारी में आया है कि कुछ लोग उन्हें सम्मानित करने की मुहिम चला रहे हैं। पीएम ने इसे खुद को विवादों में घसीटने की किसी खुराफात की शंका जताई। साथ में उन्होंने यह भी कहा कि अगर इस तरह की मुहिम वालों की मंशा गलत नहीं है तो इससे जुड़े लोग कोरोना वायरस का संकट खत्म होने तक एक गरीब परिवार की जिम्मेदारी उठाएं क्योंकि उनके लिए इससे बड़ा कोई सम्मान नहीं हो सकता।
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‘मेरे सम्मान की मुहिम के पीछे खुराफात संभव’
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘मेरे ध्यान में लाया गया है कि कुछ लोग यह मुहिम चला रहे हैं कि 5 मिनट खड़े रहकर मोदी को सम्मानित किया जाए। पहली नजर में तो यह मोदी को विवादों में घसीटने की कोई खुराफात लगती है।’
‘सम्मान ही करना है तो संकट खत्म होने तक किसी गरीब का जिम्मा लें’
अगले ट्वीट में प्रधानमंत्री ने लिखा, ‘हो सकता है कि यह किसी की सदिच्छा हो, तो भी मेरा आग्रह है कि यदि सचमुच में आपके मन में इतना प्यार है और मोदी को सम्मानित ही करना है तो एक गरीब परिवार की जिम्मेदारी कम से कम तब तक उठाइए, जब तक कोरोना वायरस का संकट है। मेरे लिए इससे बड़ा सम्मान कोई हो ही नहीं सकता।’
देश की मौजूदा स्थिति सोशल इमर्जेंसी जैसी: पीएम
इससे पहले प्रधानमंत्री ने बुधवार को कोरोना वायरस को लेकर सर्वदलीय बैठक की। बैठक में उन्होंने 14 अप्रैल को खत्म होने जा रहे देशव्यापी लॉकडाउन को आगे बढ़ाने के साफ संकेत दिए। इस दौरान ज्यादातर दलों ने भी लॉकडाउन बढ़ाने की गुजारिश की। पीएम मोदी ने मौजूदा स्थिति को सोशल इमर्जेंसी की तरह बताते हुए कहा कि देश को सख्त फैसलों के लिए मजबूर होना पड़ा है। पीएम अब शनिवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा करेंगे।