नई दिल्ली: कोविड वैक्सीन (COVID Vaccine) का दूसरा ड्राई रन 8 जनवरी को पूरे देश के सभी जिलों में होगा. वैक्सीनेशन के लिए पहला ड्राई रन 28 और 29 दिसंबर को देश के 4 राज्यों में कुछ जगहों पर किया गया था. इसके बाद 2 जनवरी को पूरे देश में पहला ड्राई रन सभी राज्यों के कुछ जिलों में किया गया था. जल्द ही आम लोगों के लिए सरकार की तरफ से वैक्सीनेशन का कार्य शुरु कर दिया जाएगा.कोविड वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए इनमें से कोई भी एक दस्तावेज आवश्यक होगा
आधार कार्ड वोटर, आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस,पैन कार्ड,मनरेगा जॉब कार्ड,पासपोर्ट,फ़ोटो लगा पेंशन डॉक्यूमेंट,फोटोग्राफ के साथ सांसद/विधायक आदि को जारी किया गया आधिकारिक पहचान पत्र,फोटोग्राफ लगी हुई बैंक की पासबुक,श्रम मंत्रालय द्वारा जारी किया गया हेल्थ इंश्योरेंस स्मार्ट कार्ड,केंद्र सरकार या राज्य सरकार की कंपनियों द्वारा जारी किए गए फोटो युक्त पहचान पत्र,NPR के तहत रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया द्वारा जारी किया गया स्मार्ट कार्ड
कोविड वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के लिए कौन-कौन से दस्तावेज जरूरी
कोरोना वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के लिए आधार कार्ड, वोडर आईडी कार्ड, डाइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, केंद्र/राज्य सरकार द्वारा जारी सर्विस आइडेंटिटी कार्ड (फोटो के साथ), पासपोर्ट, आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, फोटो के साथ पेंशन डॉक्यूमेंट, पोस्ट ऑफिस/बैंक द्वारा जारी पासबुक फोटो के साथ और श्रम मंत्रालय की योजना वाले हेल्थ इंश्योरेंस स्मार्ट कार्ड जरूरी होंगे. इनमें से आपके पास अगर एक भी दस्तावेज हैं तो कोरोना टीकाकरण के आप रजिस्ट्रेशन करा पाएंगे. इसके साथ ही एक टॉल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1075 भी जारी किया गया है.
इनमें से जिस दस्तावेज के साथ टीका लगवाने वाले अपना रजिस्ट्रेशन करवाएंगे उसी दस्तावेज को वैक्सीनेशन साइट पर दिखाना होगा. गौरतलब है कि भारत में भी दो वैक्सीन को आपातकाल इस्तेमाल की इजाजत मिल चुकी है. अब चंद दिनों में ये टीके लोगों को लगने शुरू हो जाएंगे. सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि पहले चरण में हेल्थ वर्कर और फ्रंटलाइन वर्कर को टीके लगाए जाएंगे. टीकाकरण अभियान की सफलता और उसके सुचारू रूप से क्रियान्वयन को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) ने विस्तृत रूप रेखा बनाई है.
इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने लोगों को ‘को-विन’ नाम के किसी मोबाइल एप को डाउनलोड करने और उन पर सूचना साझा करने के खिलाफ आगाह किया. दरअसल, इन्हें शरारती तत्वों ने बनाया है और उनके नाम कोविड-19 टीकाकरण के लिए सरकार के आगामी आधिकारिक एप से मिलते-जुलते हैं. हर्षवर्धन ने ट्वीट किया, ‘‘सरकार के आगामी आधिकारिक मंच से मिलते-जुलते नाम वाले कुछ एप शरारती तत्वों ने बनाए हैं, जो एपस्टोर्स पर हैं. उन (एप) को डाउनलोड या उन पर व्यक्तिगत जानकारी साझा नहीं करें. एमओएचएफडब्ल्यू (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय) का अधिकारिक मंच (सरकार से मंजूरी प्राप्त) एप आने पर उसे उपयुक्त रूप से प्रकाशित करेगा.’’
‘को-विन’ (कोविड वैक्सीन इंटेलीजेंस नेटवर्क) एप, एक डिजिटल मंच है जिसे केंद्र द्वारा कोविड-19 टीके की आपूर्ति एवं वितरण की वास्तविक समय पर निगरानी के लिए बनाया गया है. यह क्रियान्वयन के लिए तकरीबन अपने अंतिम चरण में है और ‘गूगल प्ले’ स्टोर या किसी दूसरे एप स्टोर पर अभी उपलब्ध नहीं कराया गया है.