Reasi terror attack case: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार को रियासी आतंकी हमले के मामले में पहली गिरफ्तारी की है। इस हमले में राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के सात तीर्थयात्रियों सहित नौ लोगों की मौत हो गई और 41 घायल हो गए। यह हमला पौनी इलाके के तेरयाथ गांव के पास हुआ था, जब तीर्थयात्री शिव खोरी मंदिर से लौट रहे थे।
हमले की घटना और परिणाम
आतंकवादियों ने तीर्थयात्रियों की बस पर गोलीबारी की, जिसके परिणामस्वरूप 53 सीटों वाली बस सड़क से उतरकर गहरी खाई में गिर गई। इस भयानक हादसे में नौ लोगों की मौत हो गई और 41 घायल हो गए।
पुलिस की प्रतिक्रिया और जांच
घटना के बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए जांच शुरू की। महत्वपूर्ण सुरागों के आधार पर, पुलिस ने हमले की साजिश रचने वालों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए एक व्यापक तलाशी अभियान चलाया।
दूर-दराज के इलाकों में तलाशी अभियान
पुलिस ने अर्नास और माहोर के दूर-दराज के इलाकों में भी तलाशी अभियान का विस्तार किया है। इस अभियान का उद्देश्य और सबूतों को उजागर करना और उन आतंकवादियों को पकड़ना था जो इन दूरदराज के इलाकों में छिपे हो सकते हैं।
प्रमुख सुराग और गिरफ्तारी
महत्वपूर्ण सुराग मिलने के बाद, पुलिस ने पहली गिरफ्तारी की। यह गिरफ्तारी इस मामले में एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है। पुलिस ने पहले ही एक आतंकवादी का स्केच जारी कर दिया था और अपराधियों को मार गिराने में सहायक सूचना देने वाले को 20 लाख रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की थी।
सुरक्षा बलों की तत्परता और भविष्य की रणनीति
इस घटना के बाद, सुरक्षा बलों ने अपनी सतर्कता और बढ़ा दी है। उन्होंने जनता से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें। पुलिस और सुरक्षा बल आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं और उन्होंने जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनी रणनीति को और मजबूत किया है।
जनता का सहयोग और अपील
पुलिस ने जनता से शांति बनाए रखने और किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने का आग्रह किया है। उन्होंने जनता से सहयोग की अपील की है ताकि हमलावरों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।