मुंबई. मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर मंगलवार दोपहर लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है. लॉकडाउन (Lockdown) के बावजूद भारी संख्या में लोग रेलवे स्टेशन पर इकट्ठा हो गए. लोग घर भेजे जाने को लेकर रेलवे स्टेशन पर हंगामा करने लगे, जिसके बाद पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज कर दिया. ऐसा बताया जा रहा है कि आस-पास की बस्तियों में अफवाह फैली कि बाहर के लोगों को घर भेजा जाएगा. जिसके बाद लोग रेलवे स्टेशन पर जमा होने लगे. महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देखमुख ने कहा कि अब स्थिति नियंत्रण में है. राज्य सरकार इन मजदूरों के खाने का इंतजाम करेगी.
दिहाड़ी मजदूर हो गए हैं बेरोजगार
कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए पिछले महीने लॉकडाउन लागू होने के बाद से दिहाड़ी मजदूर बेरोजगार हो गए हैं. इससे उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि अधिकारियों और गैर-सरकारी संगठनों ने उनके भोजन की व्यवस्था की है, लेकिन उनमें से अधिकतर पाबंदियों के चलते हो रही दिक्कतों के चलते अपने मूल स्थानों को वापस जाना चाहते हैं.
करीब 1000 मजदूर रेलवे स्टेशन पर जमा हो गए
पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार करीब 1000 दिहाड़ी मजदूर अपराह्न करीब तीन बजे रेलवे स्टेशन के पास मुंबई उपनगरीय क्षेत्र बांद्रा (पश्चिम) बस डिपो पर एकत्रित हो गए और सड़क पर बैठ गए. दिहाड़ी मजदूर पास के पटेल नगरी इलाके में झुग्गी बस्तियों में किराए पर रहते हैं, वे परिवहन सुविधा की व्यवस्था की मांग कर रहे हैं ताकि वे अपने मूल नगरों और गांवों को वापस जा सकें. वे मूल रूप से पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के रहने वाले हैं.
एक मजदूर ने अपना नाम बताये बिना कहा कि एनजीओ और स्थानीय निवासी प्रवासी मजदूरों को भोजन मुहैया करा रहे हैं लेकिन वे लॉकडाउन के दौरान अपने मूल राज्यों को वापस जाना चाहते हैं क्योंकि बंद से उनकी आजीविका बुरी तरह से प्रभावित हुई है.
उसने कहा, ‘अब, हम भोजन नहीं चाहते हैं, हम अपने मूल स्थान वापस जाना चाहते हैं, हम (लॉकडाउन बढ़ाने की) घोषणा से खुश नहीं हैं.’ पश्चिम बंगाल के मालदा के रहने वाले असदुल्लाह शेख ने कहा, ‘हमने लॉकडाउन के पहले चरण में अपनी बचत पहले ही खर्च कर दी है. अब हमारे पास खाने को कुछ नहीं है, हम केवल अपने मूल स्थान वापस जाना चाहते हैं, सरकार को हमारे लिए व्यवस्था करनी चाहिए.’
केंद्र सरकार मजदूरों को घर भेजने का फैसला नहीं ले पाई : आदित्य ठाकरे
कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश में लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया गया है. इस पूरी घटना पर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि वर्तमान में बांद्रा स्टेशन से मजदूरों को हटा दिया गया है. अभी हाल ही में सूरत में भी ऐसा ही हुआ था. केंद्र सरकार मजदूरों को घर भेजने का फैसला नहीं ले पायी है. वे लोग भोजन और आश्रय नहीं चाहते हैं, वे घर वापस जाना चाहते हैं.