भोपाल : मध्य प्रदेश में कोरोना (Coronavirus) के मामले अब लगातार ही तेजी से घट रहे है, लगातार ही ऐसी संख्या सामने आ रही हयाई जिनमे कोरोना से जंग जीतने वालों का आंकड़ा ज्यादा और कोरोना से संक्रमित होने वालों का आंकड़ा कम हो रहा है .
हाल फिलहाल मध्य प्रदेश में वैक्सीनेशन ( Corona Vaccination) के काम में भी तेजी लाई जा रही है, लेकिन अभी भी लोगों में कोरोना वायरस को लेकर डर बना हुआ ही है और कई लोगों में वो दर इतना ज्यादा है कि कोरोना की शंका की वजह से ही लोग जान दे दे रहे है. ऐसा ही ताजा मामला मध्य प्रदेश के जबलपुर (Jabalpur News) का है.
मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में स्थित मेडिकल कॉलेज में एक एक 30 वर्षीय शख्स ने कोरोना वायरस के डर से अपने ही हाथों से गला रेतकर आत्महत्या कर ली. हालाँकि खुदका गला रेतन के बाद भी वह बहुत डेट तक इलाज के लिए अस्पताल के वार्ड में भागता रहा लेकिन आखिर में छटपटा कर उसकी मौत हो गई. युवक को अस्पताल में 14 मई को भर्ती कराया गया था युवक कोरोना वायरस संदिग्ध था और जबलपुर के गढ़ा का रहने वाला था.
परिजनों ने अस्पताल पर लगाया आरोप
इस पूरे घटनाक्रम से सबसे ज्यादा दुखद बात तो यह थी कि उसकी मौत के कुछ घंटों के बाद उसकी कोरोना रिपोर्ट प्राप्त हुई. कोरोना वायरस के डर से जिसने अपनी जान दे दी उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी. इन सब के बाद शख्स के घर वालों ने इसे हत्या हत्या बताया और जिला प्रशासन से मांग की है कि मजिस्ट्रियल जांच की जाए.
इस मामले पर टीआई राकेश तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस युवक ने आत्महत्या की उसका नाम गणेश सिंह था जो कि 13 मई को तबियत काफी ज्यादा खराब हो गई थी इस लिए उसके परिवार वालों ने 14 मई को उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिसके बाद डॉक्टर्स ने उसका मेडिकल टेस्ट किया और सैंपल को कोरोना जांच के लिए भेजा गया.
कोरोना से हो रही मौतों से घबराया शख्स
कोरोना मरीजों और कोरोना से हो रही मौतों को देखकर गणेश घबरा गया था. बीते दिन रविवार रात को उसने फल काटने के लिए रखे चाकू से अपना खुदका गला रेत लिया. उसे गले में काफी लंबा घाव हुआ घाव होने के बाद भी वह अपनी जान बचाने के लिए वार्ड में इधर उधर भागता रहा. आस पास के मरीजों ने जब देखा तो मरीज ने चीखें उठने लगी तब फिर नर्से और डॉक्टर्स आए लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.
टीआई राकेश तिवारी ने बताया कि उसके ब्लड का सैंपल कोरोना टेस्ट (Covid Blood Sample) के लिए 15 मई को भेजी गई थी और 16 मई को उसकी रिपोर्ट आई.प्राप्त कोरोना रिपोर्ट में गणेश कोरोना निगेटिव था. उधर परिजनों ने इस घटना को लेकर अस्पताल के डॉक्टर्स और वार्ड बॉय पर हत्या का बड़ा आरोप लगाया है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.