डेस्क।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी टीम का विस्तार करने जा रहे हैं। मोदी मंत्रिमंडल (Modi Cabinet) में नए चेहरों को शामिल किए जाने की खबर पिछले कई दिनों से चल रही है, लेकिन ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, इसी हफ्ते यह काम हो सकता है।
सब कुछ ठीक रहा तो बुधवार या गुरुवार को ऐलान कर दिया जाएगा और तत्काल ही शपथ ग्रहण समारोह भी हो जाएगा। खबर यह भी है कि प्रधानमंत्री ने अपने निवास पर मंगलवार को अहम बैठक बुलाई है। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सहित अन्य शीर्ष मंत्री और पार्टी के नेता शामिल होंगे।
माना जा रहा है कि इसी बैठक में कैबिनेट विस्तार पर अंतिम मुहर लगेगी। हालांकि अभी इस खबर पर आधिकारिक जानकारी नहीं है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिन चेहरों को टीम मोदी में जगह मिल सकती है, उन्हें दिल्ली बुलाया जाने लगा है। मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया, असम से सर्वानंद सोनोवाल और महाराष्ट्र से नारायण राणे के दिल्ली आने की बात कही जा रही है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) समेत कुछ नाम तय माने जा रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, मोदी सरकार में मंत्रियों की संख्या विस्तार के बाद 60 से बढ़कर 79 हो सकती है। वर्तमान में 21 कैबिनेट मंत्री 9 MoS (राज्य मंत्री) स्वतंत्र प्रभार के साथ और 29 राज्य मंत्री हैं।
जानिए किन चेहरों को मिल सकता है मौका
असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं। सोवोला ने राज्य में हिमंत बिस्वा सरमा के लिए मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ किया था। इनके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) और सुशील मोदी को मजबूत दावेदार के रूप में देखा जा रहा है।
मनोज तिवारी, नारायण राणे, आरसीपी सिंह, संतोष कुशवाहा, जामयांग सेरिंग नामग्याल, लॉकेट चटर्जी, जफर इस्लाम के भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने की उम्मीद है। अपना दल और जद (यू) जैसे सहयोगियों को भी बर्थ मिल सकती है। कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया है कि शपथ ग्रहण जल्द से जल्द हो सकता है। हालांकि इस पर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया।
चुनावी राज्यों पर खास नजर
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। पश्चिम बंगाल को भी मोदी कैबिनेट में प्रतिनिधित्व मिल सकता है। मोदी मंत्रिमंडल का यह विस्तार होता है तो यह पहली बार होगा जब मई 2019 में एनडीए के सत्ता में बने रहने के बाद से मंत्रिपरिषद का विस्तार किया जाएगा।