राममंदिर निर्माण में जन-जन की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए पूरे देश में 15 जनवरी से श्रीराम जन्मभूमि निधि समर्पण अभियान का शुभारंभ हो गया। 27 फरवरी तक चलने वाले इस महाअभियान में देश के 13 करोड़ परिवारों से संघ व उसके अनुषांगिक संगठनों के 40 लाख कार्यकर्ता जनसंपर्क कर राममंदिर निर्माण के लिए ऐच्छिक समर्पण मांगेंगे। यह विश्व का सबसे बड़ा अभियान होगा। जिसके लिए देश के लाखों कार्यकर्ता देश की आधी आबादी तक जाएंगे।
समर्पण अभियान का नेतृत्व श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय व कोषाध्यक्ष गोविंददेव गिरि संघ के आनुषांगिक संगठनों के साथ समन्वित रूप से करेंगे। अभियान की मॉनीटरिंग के लिए विहिप ने एक विशेष एप भी बनाया है। शुक्रवार को राम मंदिर निर्माण के लिए पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह ने एक करोड़ 11 लाख 11 हजार एक सौ 11 रुपये का चेक चंपतराय को सौंपा है।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने 2 लाख 1 हजार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2 लाख रुपये समर्पण निधि भेंट की। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने भी 1 लाख 1 हजार रुपये भेंट किए। निधि संग्रह के लिए संघ परिवार ने सभी संबद्ध संगठनों के कार्यकर्ताओं को अलग-अलग क्षेत्रों व प्रमुख व्यक्तियों की जिम्मेदारी सौंप रखी थी। उसी के अनुसार सभी ने शुक्रवार सुबह अभियान की शुरुआत की। होसबोले, महंत कमल नयन दास, आरएसएस के प्रांत प्रचारक कौशल और संघ की प्रांतीय कार्यकारिणी के सदस्य प्रशांत भाटिया ने लखनऊ में वाल्मीकि समाज के लोगों से दान लेने के साथ अभियान शुरू किया। ये लोग सबसे पहले राजेंद्र वाल्मीकि के घर पहुंचे। राजेंद्र ने 21 हजार रुपये की निधि समर्पित की।
उधर, ट्रस्ट के महामंत्री और विहिप के उपाध्यक्ष चंपतराय व विहिप के क्षेत्र संगठन मंत्री अंबरीष ने रायबरेली के लालगंज तहसील स्थित तेजगांव पहुंचे। जहां पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह ने 1 करोड़ 11 लाख 11 हजार 111 रुपये की निधि समर्पित की। राष्ट्रधर्म के प्रबंधक पवन ने केशव नगर तथा विहिप के सह प्रांत मंत्री देवेंद्र मिश्र ने गोमतीनगर सहित अन्य कई मोहल्लों में लोगों से संपर्क कर निधि समर्पित कराई।
अयोध्या में भव्य राममंदिर निर्माण को लेकर शुक्रवार से धन संग्रह का महाभियान शुरू हो गया। कुल 45 दिनों का यह अभियान माघ पूर्णिमा (27 फरवरी) तक चलेगा। विहिप द्वारा तैयार कराए गए विशेष एप के जरिए श्रीराम जन्मभूमि निधि समर्पण महाभियान की मॉनीटरिंग की जाएगी। इसमें एक-एक रसीद के बारे में रियल टाइम जानकारी होगी। अभियान में लगी टोलियों के साथ ही संग्रह की गई धनराशि व अन्य जानकारियां होंगी।
अभियान के क्रम में देश के कुल साढ़े छह लाख में से सवा पांच लाख गांवों के 13 करोड़ से अधिक परिवारों के 65 करोड़ लोगों से संपर्क करने का लक्ष्य है। इसमें 10 लाख टोलियों में 40 लाख से अधिक कार्यकर्ता घर-घर जाएंगे। एक टोली में पांच कार्यकर्ता होंगे और हर चार टोलियों पर एक जमाकर्ता होगा। हर जमाकर्ता द्वारा रोजाना पूर्व निर्धारित तीन बैंकों में जमा कराई गई राशि की जानकारी भी प्रतिदिन इस ऐप के माध्यम से मिलेगी।