Brahmos Missile Nagpur Unit : न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, वह उस दौरान यूनिट में काम कर रहा था।
महाराष्ट्र के नागपुर शहर स्थित ब्रह्मोस यूनिट में सोमवार (आठ अक्टूबर) को एक संदिग्ध शख्स पकड़ा गया। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उत्तर प्रदेश एंटी-टेरर स्क्वॉड (एटीएस) ने यह कार्रवाई की है और आरोप लगाया है कि वह यूनिट में काम के बहाने जासूसी किया करता था। उसकी पहचान निशांत अग्रवाल के रूप में की गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपी एटीएस ने यह कार्रवाई सुबह की। उस दौरान उसके साथ महाराष्ट्र की एक सुरक्षा एजेंसी के अधिकारी भी मौजूद थे। अग्रवाल, नागपुर में डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) की ब्रह्मोस यूनिट में कार्यरत था।
एक्सपर्ट्स की मानें तो उसका इस यूनिट में पाया जाना सुरक्षा इंतजाम में बड़ी चूक के रूप में देखा जा रहा है। रिपोर्ट्स में उसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) का एजेंट बताया जा रहा है। दावा है कि उसने आईएसआई के अलावा अमेरिका को कई संवेदनशील सूचनाएं लीक कीं।
संदिग्ध से फिलहाल पूछताछ की जा रही है। वहीं, नागपुर पुलिस ने इस मामले में कुछ भी कहने से इन्कार किया है। सूत्रों का कहना है कि पकड़े गए शख्स को रविवार रात से ट्रैक किया जा रहा था।
आपको बता दें कि ब्रह्मोस एक मीडियम रेंज की रैमजेट सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल होती है। खास बात है कि इसे जमीन के अलावा पनडुब्बी, पानी के जहाज और विमान (हवाई) से लॉन्च किया जा सकता है। यही नहीं, यह दुनिया की सबसे तेज क्रूज मिसाइल मानी जाती है। ब्रह्मोस एयरोस्पेस भारत-रूस का संयुक्त उपक्रम है।