छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने जवानों से भरी बस को IED ब्लास्ट से उड़ाया, हमले में पांच जवान शहीद और कई घायल

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खबर सत्ता डेस्क, कार्यालय संवाददाता
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नारायणपुर। सरकार से शांति वार्ता की पेशकश के बाद छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में नक्सलियों ने गश्त से लौट रहे डीआरजी (District Reserve Guard) जवानों की बस को आइइडी ब्लास्ट से उड़ा दिया। बस में 25 जवान सवार थे। इस हमले में ड्राइवर समेत पांच जवान शहीद हो गए हैं, जबकि सात जवान गंभीर रूप से घायल हैं। गंभीर रूप से घायल जवानों को वायुसेना के हेलीकाप्टर से उपचार के लिए रायपुर भेजा गया है। सामान्य रूप से घायल 13 जवानों का उपचार नारायणपुर जिला अस्पताल में किया जा रहा है।

बस्तर आइजी सुंदरराज पी ने बताया कि यह वारदात नारायणपुर से करीब 55 किमी दूर स्थित धुर नक्सल प्रभावित धौड़ाई थाना क्षेत्र के कन्हारगांव व कड़ेनार के बीच हुई है। दंतेवाड़ा को नारायणपुर से जोड़ने वाली बारसूर पल्ली सड़क को फोर्स दो दशक के बाद नक्सली चुंगल से छुड़ाकर इसका निर्माण करा रही है। नारायणपुर-ओरछा मुख्य मार्ग पर धौड़ाई थाना है। इससे पूर्व की ओर अंदर जंगल में 60 किमी सड़क बनाने के लिए कड़ेनार, कन्हारगांव, कोडोली आदि जगहों पर फोर्स के कैंप लगाए गए हैं। कड़ेनार में आइटीबीपी (इंडो तिब्बत सीमा पुलिस) की तैनाती है। यह कैंप तब चर्चा में आया था जब एक जवान ने अपने साथी चार जवानों पर फाय¨रग कर दी थी।

ब्लास्ट के बाद बस पुलिया से नीचे गिर गई

आइजी सुंदरराज ने बताया कि 22 मार्च को दंतेवाड़ा के बोदली कैंप और नारायणपुर के कड़ेमेटा व नारायणपुर कैंप से दो दिवसीय संयुक्त गश्त के लिए फोर्स रवाना की गई थी। करीब सवा तीन बजे फोर्स वापस कड़ेमेटा पहुंची। इसके बाद नारायणपुर से आया डीआरजी का दल बस में वापसी के लिए मंगलवार को रवाना हुआ। करीब सवा चार बजे कड़ेनार और कन्हारगांव के बीच कड़ेनार से करीब तीन किमी की दूरी पर मरोड़ा गांव के समीप घने जंगल में एक पुलिया के पास नक्सलियों ने बस को आइइडी ब्लास्ट कर उड़ा दिया। ब्लास्ट के बाद बस पुलिया से नीचे गिर गई। इससे पुलिया भी क्षतिग्रस्त हुई है।

एसपी मोहित गर्ग ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही घायलों को तुरंत हेलीकाप्टर की मदद से बाहर निकाला गया। मौके पर बैकअप पार्टी व एंबुलेंस भी भेजी गई। सभी घायल जवानों को लेकर एंबुलेस लौट आई है। वारदात में डीआरजी के दो प्रधान आरक्षक, एक आरक्षक चालक, एक आरक्षक व एक सहायक आरक्षक कुल पांच जवान शहीद हुए हैं। फोर्स इलाके की घेराबंदी कर नक्सलियों की तलाश कर रही है।

मुख्यमंत्री ने की घटना की निंदा

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस घटना में जवानों की शहादत पर गहरा दुख प्रकट किया है। उन्होंने घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा है कि सुरक्षाबलों की लगातार कार्रवाई से नक्सलियों के पांव उखड़ने लगे हैं। यह उनकी हताशा का परिणाम है। उन्होंने कहा कि नक्सल विरोधी अभियान और तेज किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने घटना में घायलों के समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं। डीजीपी डीएम अवस्थी को शीघ्र समुचित कदम उठाने को कहा है।

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