भोपाल। देश में सर्व्दिख लोकप्रियता बटोरने के साथ साथ विवादों से घिरे रहने वाले बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) के खिलाफ एक बार फिर महाराष्ट्र के मुंबई (Mumbai) में शिकायत की गई है और जल्द से जल्द FIR दर्ज करने की मांग की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस शिकायत में बताया गया कि बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) ने शिरडी (Shirdi) के साईं बाबा (Sai Baba of Shirdi) के खिलाफ सार्वजानिक रूप से विवादत बयान दिया था।
बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) द्वारा दिए गए उस बयान के बाद महाराष्ट्र के मुंबई में इसे लेकर उद्धव बालासाहेब ठाकरे की युवा सेना ने FIR दर्ज करने की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप है। युवा सेना के लोगों ने मुंबई में बांद्रा पुलिस स्टेशन (Bandra Police Station) में लिखित रूप से शिकायत दर्ज कराई है। युवा सेना ने बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) के उपर कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) शिरडी साईं बाबा के भक्तों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे है।
असल में मध्यप्रदेश के जबलपुर के पनागर में बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) श्रीमद्भागवत कर रहे थे और हमेशा की तरह कथा के आखिरी दिन प्रबुद्ध जनों से संवाद कर रहे थे।
संवाद के दौरान किसी ने साईं बाबा की पूजा की पद्धति को लेकर एक सवाल किया गया, उस सवाल के जवाब में बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) ने साईं बाबा (Sai BABA) को भगवान मानने से साफ तौर पर इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि हमारे धर्म के शंकराचार्य ने साईं बाबा को देवताओं का स्थान नहीं दिया है और शंकराचार्य की बात मानना, प्रत्येक सनातनी का धर्म है, क्योंकि वो अपने धर्म के प्रधानमंत्री हैं।
गीदड़ की खाल पहनकर कोई शेर नहीं बन सकता
धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा कि कोई भी संत चाहे गोस्वामी तुलसीदास जी हो या सूरदास जी हो… ये संत हैं, महापुरुष हैं, युग पुरुष हैं, कल्प पुरुष हैं, लेकिन भगवान नहीं… हम किसी की भवना को ठेस नहीं पहुंचा सकते, लेकिन कह सकते हैं कि साईं बाबा संत हो सकते हैं, फकीर हो सकते हैं.. भगवान नहीं हो सकते।
आगे उन्होंने कहा कि लोग इसको कंट्रोवर्सी में ले लेंगे, लेकिन बोलना भी बहुत जरुरी है कि गीदड़ की खाल पहनकर कोई शेर नहीं बन सकता। इस दौरान वहां मौजूद जनता ने खूब ताली बजाई। उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर मैं चक्र लगाकर कहूं कि मैं शंकराचार्य हूं. क्या मैं बन जाऊंगा.. नहीं.. नहीं बन सकते.. भगवान भगवान हैं, संत संत हैं।
बता दें कि शंकराचार्य ने साईं बाबा को भगवान मानने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि साईं बाबा की पूजा करना गलत है। उन्होंने साईं बाबा का मंदिर बनाने का भी विरोध किया था।
शंकराचार्य ने कहा कि साईं बाबा कोई भगवान नहीं है जो उनकी पूजा की जाए। उन्होंने कहा कि साईं बाबा हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है तो फिर सिर्फ हिन्दू ही क्यों साईं बाबा की पूजा करें