कोरोना की दूसरी लहर ने भारत को कड़ी टक्कर दी है और कई राज्यों ने तालाबंदी की घोषणा की है। कुछ राज्यों में जिला स्तर पर तालेबंदी का फैसला किया जा रहा है और नागरिकों पर प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। दूसरी तरफ, कुछ राजनीतिक नेता देश में तालाबंदी की मांग कर रहे हैं।
इस बीच, मेडिकल रिसर्च काउंसिल ऑफ इंडिया (IMCR) के प्रमुख बलराम भार्गव ने तालाबंदी को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। वह रॉयटर्स के साथ एक साक्षात्कार में बोल रहे थे।
बलराम भार्गव का मत था कि उच्च रुग्णता वाले जिलों में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए कम से कम अगले छह से आठ सप्ताह तक लॉकडाउन रखा जाना चाहिए। जिन जिलों में संक्रमण दर परीक्षण में 10 प्रतिशत से ऊपर है, वहां लॉकडाउन की जरूरत है।
वर्तमान में, भारत के 718 जिलों में से तीन-चौथाई का परीक्षण सकारात्मकता दर 10 प्रतिशत से अधिक है। इनमें नई दिल्ली, मुंबई के साथ-साथ बैंगलोर भी शामिल हैं।
बलराम भार्गव के अवसर पर, पहली बार, एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने टिप्पणी की है कि कोरोना को रोकने के लिए कई स्थानों पर तालाबंदी कितनी देर पहले ही लागू की जा चुकी है।