अयोध्या: रामजन्मभूमि में 5 अगस्त को होने वाले भूमिपूजन और आधारशिला रखने के कार्यक्रम को लेकर तैयारियां अंतिम दौर में हैं. इस भव्य कार्यक्रम को 175 लोगों की उपस्थिति में आयोजित किया जा रहा है. कार्यक्रम में आने वाले सभी लोगों को निमंत्रण भेजा जा चुका है. इन्हीं आमंत्रित लोगों में से एक है कोलकाता का कोठारी परिवार. इस परिवार के दो बेटों ने राम मंदिर आंदोलन में अपनी जान कुर्बान कर दी थी. अब इनके जन्मभूमि की मिट्टी लेकर इनके परिवार के दो लोग अयोध्या भूमिपूजन के कार्यक्रम में पहुंचेंगे.
राम मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए परिवार के दो सदस्यों को निमंत्रण मिला है. ये दोनों सदस्य अपने साथ उन दोनों स्थानों की मिट्टी भी ले जा रहे हैं, जहां राम मंदिर आंदोलन में जान गंवाने वाले दोनों कारसेवकों का जन्म हुआ था. राम मंदिर की नींव में डालने के लिए अलग-अलग जगहों से पवित्र मिट्टी मंगाई गई है. अब इसी मिट्टी में कोठारी बंधुओं को जन्मस्थान की मिट्टी भी शामिल होगी.
कोठारी बंधुओं ने बाबरी मस्जिद पर भगवा फहराया था
बता दें कि 1990 में राम मंदिर आंदोलन के पूरे देश में कारसेवक अयोध्या में जुट रहे थें. इसी कड़ी में कोलकता से कोठारी बंधु भी अयोध्या पहुंचे थे. हनुमानगढ़ी से परिसर की ओर हजारों की संख्या में कारसेवकों को कूच करना था. इसी दौरान हुई गोलीबारी में कोठारी बंधुओं की जान गई थी.
30 अक्टूबर 1990 को विवादित रह चुके परिसर में बने बाबरी मस्जिद की गुंबद पर कोठारी बंधुओं ने भगवा झंडा फहराया था. इसके बाद पुलिस फायरिंग में दोनों भाइयों की मौत हो गई थी. अयोध्या के राममंदिर आंदोलन में कोलकाता के कोठारी बंधुओं के योगदान की अक्सर चर्चा की जाती है. प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक, हनुमान गढ़ी के पास हुई गोलीबारी में 16 लोग मारे गए, जिसमें राम और शरद कोठारी भी शामिल थे.