प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को कहा कि उसने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन और उनके सहयोगियों के दिल्ली में परिसरों की तलाशी के एक दिन बाद 2.85 करोड़ रुपये नकद, 133 सोने के सिक्के और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए हैं ।
प्रवर्तन निदेशालय ने 30 मई को जैन को धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत एक मामले में गिरफ्तार किया था। वह नौ जून तक एजेंसी की हिरासत में रहेंगे। उनके विभागों को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को स्थानांतरित कर दिया गया है ।
द टाइम्स ऑफ इंडिया ने बताया कि सोमवार को जैन के रिश्तेदारों और सहयोगियों के परिसरों पर भी छापेमारी की गई।
जैन के खिलाफ केस
प्रवर्तन निदेशालय ने आरोप लगाया है कि पांच कंपनियां – अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडो मेटल इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड, पर्यास इंफोसोल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और जेजे आइडियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड – जैन और उनके रिश्तेदारों द्वारा नियंत्रित मुखौटा कंपनियां हैं।
एजेंसी ने दावा किया कि कंपनियों के माध्यम से भेजे गए पैसे का इस्तेमाल जमीन खरीदने या दिल्ली और उसके आसपास कृषि भूमि खरीदने के लिए लिए गए कर्ज को चुकाने के लिए किया गया था।