हैदराबाद के रहने वाले 11वीं के छात्र 16 वर्षीय नागेंद्र ने 29 अप्रैल को आत्महत्या कर ली. वह मैथ के एग्जाम में फेल हो गए थे. उन्हें सिर्फ 18 प्रतिशत नंबर मिले थे. 10वीं में उनकी रैंकिंग शानदार रही थी. आत्महत्या करने वाले नागेंद्र अकेले नहीं हैं. अब तक तेलंगाना में 12वीं का रिजल्ट जारी होने के बाद 20 से ज्यादा छात्र मौत को गले लगा चुके हैं. राज्य में इस साल इंटरमीडिएट की परीक्षा में शामिल होने वाले 9.74 लाख छात्रों में से 3.28 लाख छात्र फेल हो गए. वजह दोषपूर्ण मूल्यांकन प्रणाली और सॉफ्टवेयर में खराबी.
नागेंद्र की मां का कहना है-
‘मैं हर छात्र से निवेदन करना चाहती हूं कि वे कोई गलत कदम न उठाएं.’
16 साल की अनामिका ने 10वीं क्लास में शानदार प्रदर्शन किया था. लेकिन 11वीं में उसे फेल घोषित कर दिया गया. इसके बाद 18 अप्रैल को उसने आत्महत्या कर ली. अनामिका की मां का कहना है-
’10वीं में उसके (बेटी) के पास रिपब्लिक डे के लिए ऑफर आया था, लेकिन वह नहीं गई. इंटर में ऑफर आया था. वह सलेक्ट भी हो गई थी. आत्महत्या के 5वें दिन इस बात की जानकारी मिली.’
18 अप्रैल को इंटरमीडिएट एग्जाम का रिजल्ट आया था. फेल होने की वजह से अब तक 22 छात्र मौत को गले लगा चुके हैं. पिछले चार सालों में रिजल्ट जारी होने के बाद आत्महत्या करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या सबसे ज्यादा है. 2018 में 12वीं का रिजल्ट जारी होने के बाद 6 छात्रों ने आत्महत्या की थी. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था. कमेटी ने राज्य शिक्षा सचिव बी जनार्दन रेड्डी को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है.
रिपोर्ट में रिजल्ट प्रोसेस में खामियों की बात को स्वीकार किया गया है. रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि ओएमआर शीट में गड़बड़ी की वजह से सॉफ्टवेयर की ओर से सही अंक नहीं दिए गए. रिजल्ट जारी करने वाली कंपनी ग्लोबलरिना टेक्निकल प्राइवेट लिमिटेड ने माना है कि उसकी ओर से गलत रिजल्ट अपलोड किया गया. सीईओ एसवीएस राजू का कहना है, जो भी हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है. मैं इस बात से सहमत हूं कि कहीं न कहीं कपंनी की भी गलती है. सॉफ्टवेयर में खामी की वजह से गलत रिजल्ट अपलोड हुआ. मेरे पिता होने के नाते मैं बच्चों को खोने वाले माता-पिता का दर्द समझ सकता हूं. समिति की ओर से राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपे जाने के एक दिन बाद बोर्ड ने कार्रवाई की है. एक शिक्षक को सस्पेंड किया गया है. वहीं एक अन्य शिक्षक पर जुर्माना लगाया गया है. इस टीचर ने 99 की जगह 0 नंबर दिए थे.
छात्रों की आत्महत्या को लेकर विपक्षी दलों ने केसीआर सरकार पर हमला किया है. तेलंगाना बीजेपी के प्रमुख डॉक्टर लक्ष्मण इस मामले को लेकर भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. वह न्यायिक जांच, शिक्षा मंत्री गुंटकंदला जगदीश्वर रेड्डी को हटाने और बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एजुकेशन के सचिव को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं. बीजेपी के अलावा अन्य विपक्षी दल भी सरकार का विरोध कर रहे हैं. विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस, टीडीपी, जन सेना और वाम दलों सहित विभिन्न विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया था.