डेस्क।सिद्धार्थ मल्होत्रा और कियारा आडवाणी की अप्कमिंग फिल्म ‘शेरशाह’ अब सीधे ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज होगी। सूत्रों की माने तो मेकर्स इसे अगस्त महीने में स्वतंत्रता दिवस के आस पास अमेजन प्राइम पर फिल्म की एक्सक्लूसिव रिलीज करने की प्लानिंग में जुट गए हैं।
फिल्म के निर्माता शब्बीर बॉक्सवाला भी अपनी फिल्म को बड़े पर्दे पर देखना चाहते हैं, हालांकि फिलहाल की स्थिति को देखकर वे फिल्म की डिजिटल रिलीज से भी संतुष्ट हैं। दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान, शब्बीर बताते हैं कि फिल्म की रिलीज का इंतजार उन्होंने पिछले एक साल से किया है।
शब्बीर कहते हैं, “हर फिल्म मेकर अपनी फिल्म को बड़ी स्क्रीन पर देखना चाहता है और मैं भी उन्ही में से एक हूं। फिल्म ‘शेरशाह’ को हमने बहुत बड़े कैनवास पर बनाया है, हालांकि अभी के हालत देखकर इसे थिएटर में रिलीज होते देखना थोड़ा मुश्किल लग रहा है।
पिछले कई महीनों से थिएटर बंद पड़े हैं, जिसकी वजह से कई फिल्में थिएट्रिकल रिलीज के लिए रुकी हैं। इस स्थिति में अपनी फिल्म को दर्शकों तक पहुंचाने के लिए हम फिल्म मेकर्स को एक रास्ता निकालना होगा। फिलहाल हमारे पास डिजिटल के अलावा कोई विकल्प नहीं है।”
शब्बीर आगे कहते हैं, “फिल्म ‘शेरशाह’ को तैयार हुए तकरीबन एक साल हो गए हैं। एक साल तक हमने फिल्म की रिलीज का इंतजार किया है। अब हमें ज्यादा देर तक इसे रोक कर रखना भी सही नहीं होगा।
सच कहूं तो अभी तक मुझे कन्फर्म नहीं पता की हमारी फिल्म ओटीटी पर सीधे रिलीज हो रही है या ना नहीं। इसका आखरी फैसला धर्मा प्रोडक्शन ही लेगा। देखिए, इस बात को हमें समझना होगा कि कुछ फिल्में बहुत बड़े बजट में बनती हैं, जैसे अक्षय कुमार की ‘सूर्यवंशी’ और रणवीर सिंह की ’83।’ इन फिल्मों को मेकर्स बड़ी स्क्रीन पर ही रिलीज करना चाहेंगे।
जाहिर है कि जब थिएटर खुलेंगे तब इन फिल्मों को रिलीज करने का मौका पहले मिलेगा। मुझे यकीन है कि वे जो भी फैसला लेंगे वो फिल्म के हित में ही होगा।”
कप्तान विक्रम बत्रा ने साल 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तानी घुसपैठियों से भारतीय क्षेत्र की रक्षा करते हुए अपनी जिंदगी को राष्ट्रसेवा में लगा दी। उनकी बहादुरी की वजह से उन्हें ‘शेरशाह’ कहा जाता था।
फिल्म ‘शेरशाह’ में सिद्धार्थ बत्रा की कहानी को जीवंत करेंगे। विक्रम बत्रा के शहीद होने के बाद परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया, जो भारत का सर्वोच्च वीरता पुरस्कार है। इस फिल्म को विष्णु वर्धन ने डायरेक्ट किया है।