अक्षय कुमार आज के समय में बॉलीवुड के सबसे पॉपुलर हीरों हैं। वह अपनी हर फिल्म के लिए न सिर्फ तगड़ी फीस चार्ज करते हैं, बल्कि एक साल में लगभग 4 से 5 फिल्में दर्शकों के लिए लेकर आते हैं।
अक्षय कुमार इस साल हिंदी सिनेमा के ऐसे अकेले अभिनेता हैं, जिन्होंने ओर्मेक्स की मोस्ट पॉपुलर लिस्ट में अपनी जगह बनाई है।
पॉपुलैरिटी की लिस्ट में अक्षय पांचवें नंबर पर हैं, बाकी इस पूरी लिस्ट में सिर्फ साउथ इंडस्ट्री के एक्टर्स हैं। अब हाल ही में अक्षय कुमार ने करण जौहर से हुई खास बातचीत में ये बताया कि आखिरकार क्यों हिंदी सिनेमा और उनके एक्टर्स का स्टारडम साउथ सिनेमा के आगे फीका पड़ रहा है।
अक्षय कुमार हाल ही में करण जौहर के शो ‘कॉफी विद करण’ के सीजन 7 में खास मेहमान बनकर पहुंचे थे। जहां उनके साथ सामंथा रूथ प्रभु थी।
इस दौरान अक्षय सामंथा और करण ने ढेर सारी मस्ती की। लेकिन जब करण जौहर ने अक्षय कुमार को ओर्मेक्स की लिस्ट दिखाते हुए ये पूछा कि उन्हें क्या लगता है कि आखिर हिंदी एक्टर्स इस लिस्ट में क्यों नहीं हैं, तो शुरुआत में तो अक्षय ने खुद को लकी बताते हुए बात को टालना चाहा, कुछ समय बाद उन्होंने अपने दिल की बात रखते हुए कहा, ‘मुझे नहीं पता ये बॉलीवुड एक्टर्स का ईगो है या क्या, लेकिन मैंने बॉलीवुड के कई टॉप एक्टर्स में ये चीज देखी है कि वह दो और तीन एक्टर वाली फिल्म नहीं करना चाहते हैं’।
अक्षय ने अपनी बात को आगे बढाते हुए कहा, ‘साउथ में ऐसा बिलकुल नहीं है, उनकी फिल्मों में दो एक्टर्स साथ में काम करते हैं। एक ही फिल्म में और लोग भी पसंद करते हैं।
यहां तक कि बॉलीवुड एक्ट्रेसेस भी साथ में दो-दो, तीन-तीन अभिनेत्रियां साथ में काम करती हैं। लेकिन बॉलीवुड एक्टर्स में ये एक इनसिक्योरिटी है कि अगर वह दो तीन एक्टर्स वाली फिल्म करेंगे तो उनका स्क्रीन स्पेस फिल्म में कम होगा या उन्हें लाइमलाइट नहीं मिलेगी।
अक्षय कुमार ने कहा मैंने एक एक्टर को फिल्म के लिए अप्रोच किया था, लेकिन उसने जब फिल्म के लिए ना किया, तो मैंने वजह पूछी। मैंने उसका जवाब सुनकर कहा तुझे जो पसंद है वह किरदार निभा ले, लेकिन वह नहीं माना। करण जौहर भी अक्षय कुमार की बात से सहमत नजर आए, उन्होंने भी हामी भरते हुए कहा कि वह कई ऐसे हीरो को जानते हैं जिन्हें एक साथ एक फिल्म में लाना बहुत मुश्किल है।