नवरात्रि के दूसरे दिन पंडित सलिल तिवारी ने वास्तु शास्त्र में अखंड ज्योति और पूजा सामग्री के बारे में बताया।अधिकांश लोगों ने नवरात्रि के दौरान अखंड ज्योति जलाई और इसकी स्थापना के लिए वास्तु शास्त्र के अनुसार विशेष ध्यान रखना पड़ता है।
अखंड ज्वाला की स्थापना के लिए आग्नेय कोण अर्थात दक्षिण-पूर्व दिशा का चुनाव करना सर्वोत्तम माना जाता है। इस दिशा में अखंड ज्योति की स्थापना से घर में सुख-समृद्धि आती है और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
वास्तु के अनुसार पूजा से संबंधित सभी सामग्री पूजा कक्ष की दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें। देवी दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए इस दिशा में सभी पूजा सामग्री रखनी चाहिए।