भोपाल । मध्यप्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा क्वालिफाई कर चुके उम्मीदवारों के लिए राज्य सरकार ने बड़ी राहत दी है। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) द्वारा आयोजित परीक्षा की वैधता दो साल से बढ़ाकर तीन साल कर दी गई है।
ऐसे में मप्र में उच्च माध्यमिक शिक्षक और माध्यमिक शिक्षक भर्ती की वेटिंग लिस्ट में शामिल उम्मीदवारों को नियुक्ति मिलने की संभावना बढ़ गई है।
राज्य शासन ने शनिवार को स्कूल शिक्षा सेवा (शैक्षिक सेवा) भर्ती नियम 2018 में संशोधन कर दिया है। इसके चलते उच्च माध्यमिक, माध्यमिक और प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा की वैधता दो साल से बढ़ाकर तीन साल कर दी है। कई उम्मीदवार पात्रता परीक्षा की वैधता खत्म होने के कारण परेशान थे। अब उन्हें एक साल का समय और मिल गया है।
उल्लेखनीय है कि पीईबी ने शिक्षक भर्ती के अलग-अलग वर्ष के लिए आयोजित की गई पात्रता परीक्षा के परिणाम 2019 में जारी किए गए थे। इस दौरान उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा-2018 (हायर सेकंडरी टीचर्स एलिजिबिलटी टेस्ट) के परिणाम 28 अगस्त 2019 को घोषित हुए।
इसकी वैधता 28 अगस्त 2021 को खत्म हो गई थी। लेकिन अब इसकी नई वैधता 28 अगस्त 2022 हो गई है। इसी तरह माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का रिजल्ट 26 अक्टूबर 2019 को आया था। अब इसकी वैधता 26 अक्टूबर 2022 तक रहेगी।
वहीं, अगर राज्य सरकार आगे भी पात्रता परीक्षा आयोजित कराती है, तो उसकी वैलेडिटी भी रिजल्ट घोषित होने की तारीख से तीन साल तक रहेगी।