लखनऊ: मेरठ (Meerut) और बुलंदशहर (bulandshahr) से 4 रोहिंग्या को यूपी एटीएस (UP ATS) की टीम ने गिरफ्तार किया है. इन चारों में मास्टर माइंड नूर आलम उर्फ रफीक (Noor Alam/Rafeek) के इनपुट पर अवैध रूप से रह रहे 4 रोहिंग्या को एटीएस (UP ATS TEAM) ने गिरफ्त में ले लिया है. UP ATS की टीम लगातार ही रोहिंग्याओं पर नकेल कसने का काम कर रही है बीते गुरुवार को भी यूपी एटीएस (UP ATS) ने अलीगढ़ (Aligarh) से 2 रोहिंग्या को गिरफ्तार किया था.
अवैध दस्तावेज बनवाता है यह गिरोह
ADG कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार (Prashant Kumar) ने बताया कि रोहिंग्यो को भारत (INDIA) भेजने वाले गिरोह के 4 सदस्य को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया है. देश मे इस वर्ष 2021 में सर्वाधिक 15 रोहिंग्या की UP से गिरफ्तारी हुई है. ये पूरा गिरोह म्यामांर-बांग्लादेश के रोहिंग्या को भारत भेजता है और मानव तस्करी के साथ साथ यह गिरोह अवैध दस्तावेज बनवाता था.
3 महिलाओ को भेज चुके हैं मलेशिया
ADG कानून-व्यवस्था ने आगे बताया कि मेरठ (Meerut) में हाफिज शफीक (Hafiz Shafeek) रोहिंग्याओ का गिरोह चला रहा था. महिलाओं की हवाई मार्ग से मलेशिया जैसे देशों में तस्करी की जाती थी. यह गिरोह गलत दस्तावेजों के जरिये नौकरियां दिलाकर कमीशन लेते थे. साथ ही हवाला के जरिये काला धन का आदान-प्रदान करते थे.गिरफ्तार रोहिंग्या के पास से सोने जैसी धातुए भी बरामद हुई है. फर्जी दस्तावेज बनाने में मदद करने वालो की भी तलाश हो रही है.
ATS को मिली अहम जानकारियां
यूपी एटीएस ने 8 जून को गाजियाबाद से पकड़े गए दो रोहिंग्या नागरिकों से पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं. गाजियाबाद क्षेत्र से रोहिंग्या नागरिक आमिर हुसैन और नूर आलम को गिरफ्तार किया गया था. नूर आलम बंग्लादेश के रास्ते रोहिंग्या नागरिकों को देश में लाने का सबसे बड़ा दलाल है और आमिर हुसैन देश में अवैध तरीके से एंट्री करके करीब दो साल से दिल्ली के खजुरी खास थानाक्षेत्र के श्रीराम कॉलोनी में ठिकाना बनाकर रह रहा था.
विधानसभा चुनाव से पहले बसाने की तैयारी
एटीएस ने दोनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की तो पता चला कि यह और इनके जैसे तमाम देशभर में फैले रोहिंग्या और बंग्लादेशी नागरिकों को यूपी में ठिकाना बनाने के लिए कहा गया है. विधानसभा चुनाव से पहले बसने वाली जगह का राशन कार्ड, पैन कार्ड बनवाकर वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाना इनका लक्ष्य है. इसलिए नूर आलम एक-एक करके दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान की तरफ बसे इन घुसपैठियों को यूपी में रहने वाले इनके रिश्तेदारों और करीबियों तक पहुंचा रहा है. इसके एवज में उसे अच्छी खासी रकम भी मिल रही है.