सागर: भारत देश के वैज्ञानिकों ने आशंका जताई थी कि अब आने वाले समय में कोरोना की तीसरी लहर में सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित हो सकते हैं, इसी बीच जब देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर समाप्त भी नहीं हुई थी तब ही बच्चों पर कोरोना महामारी का असर दिखना भी शुरू हो गया है.
जानकारी के लिए आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के सागर जिले में पिछले 30 दिनों में 302 बच्चे कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं और इनमे सबसे ज्यादा दुखद यह है कि 4 बच्चों ने कोरोना वायरस से जंग लड़ते लड़ते अपनी जान गवां दी.
नवजात भी बन रहे निशाना
मध्यप्रदेश के सागर जिले में अब तक जो बच्चे कोरोना वायरस संक्रमण से पॉजिटिव पाए गए, उन बच्चों में कुछ बच्चे ऐसे भी है जो नवजात हैं. कोरोना से जंग हार चुके बच्चों में एक बच्चा तो महज 9 माह का था जिसने कोरोना संक्रमण के चलते दम तोडा, इन सबमे एक बात यह भी परेशान करती है कि इन बच्चों में से 15 बच्चे गंभीर रूप से संक्रमण के चलते बीमार हैं. जिनका जिले के अलग अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
जानकारी के उद्देश्य से आपको बता दें कि जिन बच्चों को कोरोना वायरस का संक्रमण हो रहा है उन बच्चों में प्रारंभिक लक्षण दिखाई दे रहे हैं उन लक्षणों में उल्टी-दस्त और पीलिया कॉमन बताया जा रहा है. मध्य प्रदेश में पिछले 2-3 हफ्तों में बच्चों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे है.
अलर्ट पर है जिला प्रशासन अलर्ट
बच्चों में जैसे ही कोरोना वायरस संक्रमण के गंभीर दिखाई देने के बाद से ही जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है, जिला प्रशासन ने इस संक्रमण से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां भी शुरू की हैं. इसी के तहत सागर के गढ़ाकोटा में चाइल्ड कोविड केयर सेंटर भी तैयार किया गया है.