इंदौर । दस दिनों का संपूर्ण लॉकडाउन शुक्रवार सुबह से लागू हो गया है। सुबह से ही पुलिस सड़कों पर उतर आई और दोपहर तक बेवजह बाहर निकलने वाले 700 से अधिक लोगों को शहर के अलग-अलग थानों में बैठाया। हर आने-जाने वालों से पुलिस ने पूछताछ की और सिर्फ इमरजेंसी वालों को ही छूट दी गई।
जिला प्रशासन ने पुराने आदेश को बदलकर गुरुवार रात को नया आदेश जारी किया था। इसमें 21 मई से लेकर 28 मई तक सभी किराना और ग्रॉसरी की दुकानें बंद रखने के आदेश दे दिए गए। इतना ही नहीं फल और सब्जी भी अब 10 दिनों तक नहीं मिलेंगी।
28 मई तक सख्त लॉकडाउन रहेगा और फिर शनिवार, रविवार को सख्ती रहेगी। ऐसे में पूरे 10 दिन इंदौर में लाेगों का जीवन सख्ती के बीच बीतेगा। सख्त लॉकडाउन को देखते हुए डीआईजी मनीष कपूरिया ने गुरुवार रात को ही सभी अधीनस्थों की कंट्रोल रूम पर बैठक ली। इसके बाद सारे अधिकारी शुक्रवार सुबह से मैदान में उतर गए और सड़कों पर मोर्चा संभाल लिया।
लॉकडाउन के नए नियमों के हिसाब से सिर्फ मेडिकल इमरजेंसी, बाहर से आए यात्री, औद्योगिक क्षेत्रों में जाने वाले लोग औऱ मीडियाकर्मियों को ही आने-जाने की छूट रहेगी। औद्योगिक क्षेत्र में जाने वाले कर्मचारियों को भी तय तीन स्लाट वाले वक्त पर ही छूट है। इसके अलावा मिले तो उन्हें पकड़ा जाएगा।
कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि इंदौर में कोरोना की संक्रमण काबू में आ रही है। इसे 30 तारीख तक काबू में करने के लिए कुछ कड़े निर्णय लेना पड़ रहे हैं।