भोपाल। मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के लंबे समय के बाद कोरोनावायरस मीडिया बुलेटिन में राहत देने वाले आंकड़े दिखाई दे रहे हैं। इसी तरह पिछले 7 दिनों की तरह यदि पॉजिटिव केस में गिरावट गिरावट दर्ज होती रहती है तो 17 मई 2021 से जनजीवन अत्यधिक सामान्य होने की उम्मीद है . हालाँकि आज यह सिर्फ एक आशा की किरण दिखाई है। क्योंकि लगता कम हो रहे पॉजिटिव केस के बाद आज मध्यप्रदेश में 10000 से कम पॉजिटिव केस मिले है इसके साथ ही पॉजिटिविटी रेट 16% से कम हो गया है, इन दोनों आंकड़ों का लगातार गिरना जरूरी है।
अभी MP में सबसे खतरनाक स्थिति वाले जिलों की संख्या 32
बैतूल, धार, विदिशा, सतना, शिवपुरी, नरसिंहपुर, इंदौर, भोपाल, जबलपुर, उज्जैन, रतलाम, रीवा, सागर, खरगोन, होशंगाबाद, कटनी, बड़वानी, रायसेन, सीधी, सीहोर, शहडोल, सिंगरौली, राजगढ़, मुरैना, अनूपपुर, मंदसौर, नीमच, दमोह, टीकमगढ़, दतिया, पन्ना और उमरिया ऐसे जिले हैं इन सभी जिलों में कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 1000 से अधिक ही अधिक चल रही है। इनमे से इंदौर में 14000, भोपाल 13000, ग्वालियर 9000 और जबलपुर 4500 से अधिक के साथ सबसे खतरनाक स्थिति में है।
MP के 6 जिले जहां स्थिति सबसे बहतर
बुरहानपुर, भिंड,अलीराजपुर, खंडवा, छिंदवाड़ा,अशोकनगर,देवास मध्यप्रदेश के ऐसे जिले हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 500 से भी कम है।