उत्तर प्रदेश में चार चरण में 15 अप्रैल से मतदान, दो मई को होगी गिनती

By Khabar Satta

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में गांव की सरकार बनाने का इंतजार समाप्त हो गया है। प्रदेश में चार चरणों में 15 अप्रैल से मतदान होगा। राज्य निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को मतदान की तारीखों का एलान कर दिया है। पंचायतों के आरक्षण को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है। सुनवाई से पहले ही निर्वाचन आयोग ने चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है।

इसी के साथ प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है। प्रदेश में चार चरण में 15, 19, 26 तथा 29 अप्रैल को मतदान होगा। इसके बाद दो मई को होगी मतों की गणना होगी। दो मई से बाद से गांव की सरकार का काम शुरू होगा, जोकि 25 दिसंबर से बंद है।  सभी 18 मंडल के एक-एक जिले में पहले चरण का चुनाव होगा। 2 मई को मतगणना होगी। चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही यूपी में आचार संहिता लग गई है। सुप्रीम कोर्ट में आज आरक्षण मामले पर सुनवाई होगी।

प्रदेश में कल यानी शनिवार से नामांकन पत्रों का विक्रय होगा। पहले चरण के मतदान वाले जिलों में नामांकन तीन और चार अप्रैल को होगा। दूसरे चरण के मतदान वाले जिलों में नामांकन सात और आठ अप्रैल को होगा। तीसरे चरण के मतदान वाले जिलों में नामांकन 13 और 15 अप्रैल को होगा। चौथे चरण के मतदान वाले जिलों में नामांकन 17 और 18 अप्रैल को होगा। पंचायत चुनाव के लिए तीन अप्रैल से पहले चरण का नामांकन शुरू हो जाएगा। प्रत्येक चरण में प्रत्याशियों को प्रचार के लिए करीब सप्ताह भर का समय मिलेगा।

पहले चरण में 15 अप्रैल को मतदान होगा। इस चरण में 18 जिलों में वोट पड़ेंगे। पहले चरण में सहारनपुर, गाजियाबाद, रामपुर, बरेली, हाथरस, आगरा, कानपुर नगर, झांसी, महोबा, प्रयागराज, रायबरेली, हरदोई, अयोध्या, श्रावस्ती, संत कबीर नगर, गोरखपुर, जौनपुर व भदोही में मतदान होगा।

दूसरे चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा। दूसरे चरण में 20 जिलों में मतदान होगा। इसमें मुजफ्फरनगर, बागपत, गौतमबुद्ध नगर, बिजनौर, अमरोहा, बदायूं, एटा, मैनपुरी, कन्नौज, इटावा, ललितपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, सुल्तानपुर, गोंडा, महाराजगंज, वाराणसी तथा आजमगढ़ के मतदाता वोट डालेंगे।

तीसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को होगा। इस चरण में भी 20 जिलों में वोट पड़ेंगे। इसमें शामली, मेरठ, मुरादाबाद, पीलीभीत, कासगंज, फिरोजाबाद, औरैया, कानपुर देहात, जालौन, हमीरपुर, फतेहपुर, उन्नाव, अमेठी, बाराबंकी, बलरामपुर, चंदौली, सिद्धार्थनगर, देवरिया, मिर्जापुर तथा बलिया में मतदान होगा।

29 अप्रैल को चौथे चरण के मतदान में 17 जिले के मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग करेंगे। चौथे चरण में हापुड़, बुलंदशहर, संभल, शाहजहांपुर, मथुरा, अलीगढ़, फर्रुखाबाद, बांदा, कौशांबी, सीतापुर, अंबेडकरनगर, बहराइच, बस्ती, कुशीनगर, गाजीपुर, सोनभद्र तथा मऊ में वोट पड़ेंगे।

कोरोना संक्रमण के कारण बढ़े मतदान केंद्र: राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव में इस बार कोरोना वायरस संक्रमण के कारण फिजिकल डिस्टेंसिंग पर जोर दिया है। इसी कारण मतदान स्थलों में इजाफा भी हो गया है। इससे पहले 2015 चुनाव में 179413 मतदान स्थल थे। 2021 में मतदान स्थलों की संख्या 203050 हो गई है। 2015 में 11.74 करोड़ मतदाता थे जबकि 2021 में मतदाताओं की संख्या 12.39 करोड़ हो गई है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए 80,762 मतदान केंद्र तथा दो लाख 3050 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। प्रदेश के 12.39 करोड़ मतदाताओं में 53.01 प्रतिशत पुरुष तथा 46.99 प्रतिशत महिलाएं हैं।

चार जिलों की कुछ ग्राम पंचायत में नहीं होगा मतदान: प्रदेश के चार जिलों की कुछ ग्राम पंचायत में मतदान नहीं होगा।

गोंडा जिले में नौ(बहादुरा,खानपुर,सरावां,जलालपुर बल्लीपुर, मोहनपुर, साहिबापुर, परसिया,रामपुर व खरहटा), सीतापुर जिले में तीन(कैमहरा रघुवरदयाल व भटपुरवा) तथा बहराइच जिले में एक(कपूरपुर) ग्राम पंचायत का कार्यकाल पूरा न होने के कारण यहां पर मतदान नहीं होगा। उधर बुलंदशहर में पांच ग्राम पंचायतों का विलय औद्योगिक क्षेत्र में होने के कारण वहां भी मतदान नहीं होगा।

2 करोड़ 39 लाख मतदाता चार चरण में होने वाले मतदान में अपने अधिकार का प्रयोग करें। प्रदेश में 58,189 ग्राम पंचायत तथा सात लाख 32,563 ग्राम पंचायत वार्ड हैं। इसी तरह 826 क्षेत्र पंचायत तथा 75,855 क्षेत्र पंचायत वार्ड हैं। प्रदेश में 75 जिला पंचायत तथा 3,051 जिला पंचायत पद हैं।

Khabar Satta

खबर सत्ता डेस्क, कार्यालय संवाददाता

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