नयी दिल्ली : “शराब के शौकीनों को बजट में झटका, जाम छलकाना पड़ेगा महंगा – जाने क्यों बजट में ऐसा क्या हुआ” आम बजट 2021 में शराब पर सरकार ने 100 फीसदी सेस लगा दिया गया है. जिससे शराब की कीमतों में भारी बढ़ोतरी होगी ही होगी. यह कहना गलत नहीं होगा की शराब के शौकीनों को बजट से बड़ा झटका लगा है. इसके साथ ही सरकार ने पेट्रोल और डीजल (Petrol & Diesel) पर भी सेस बढ़ा दिया है. डीजल पर चार रुपये और पेट्रोल पर ढाई रुपये सेस लगाये गये हैं. पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी होने से बाकी सामनों के दाम भी बजट 2021 में बढ़ सकते हैं.
आम बजट पेश होने के बाद जानकारों का कहना है कि कोरोना काल (Corona Pendmic) में अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार कुछ चीजों पर सेस लगाकार कमाई करने का इरादा रखती है जो की सही भी है .
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की घटती कीमतों के बीच पेट्रोलियम पदार्थों पर टैक्स बढ़ाकर सरकार अपना खजाना भरना चाहती है जो की सही है. हालांकि निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि पेट्रोल-डीजल पर बढ़े सेस का असर उपभोक्ताओं पर नहीं पड़ेगा.
लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आज वर्ष 2021-22 के लिए प्राप्तियों और खर्च का लेखा-जोखा तथा वित्त विधेयक 2021 पेश किया. पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर वित्त मंत्री ने 2021-22 का बजट प्रस्ताव पढ़ा. सीतारमण ने इस बार बजट भाषण कागजी दस्तावेज के बजाय Made In India टैबलेट से पढ़ा. बजट प्रस्ताव पढ़ने के बाद वित्त मंत्री ने (Nirmala Sitharaman) मध्यावधि राजकोषिय नीति रणनीति वक्तव्य और बृहद आर्थिक रूपरेखा वक्तव्य पेश किया.
उन्होंने वित्त विधेयक 2021 पेश किया.
इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी. जब वित्त मंत्री बजट पेश कर रही थीं, शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल, सुखवीर बादल, आम आदमी पार्टी के भगवंत मान और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल ने तीन हालिया कृषि कानूनों को लेकर विरोध दर्ज कराया.