सबसे पहले यह समझिये क्यों जरूरी है सोशल डिसटेंसिंग
कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में सोशल डिस्टेंसिंग ( Social distancing ) के लिए कहा जा रहा है। क्या इसका मतलब समझते हैं आप? क्या आपको मालूम है कि क्यों छह फीट से दो मीटर की दूरी होनी चाहिए?
यह सवाल इसलिए खड़ा हो रहा है, क्योंकिे आईसीएमआर ने भी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के तहत लोगों को एक दूसरे से छह फीट से लेकर दो मीटर की दूरी बनाने को कहा है। ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि आखिर यह दो मीटर की दूरी जरूरी क्यों है? इससे क्या होगा और कोरोना को कैसे रोका जा सकता है?
दरअसल, सोशल डिस्टेंसिंग का मतलब होता है कि हम भीड़ बनने से बचें। एक दूसरे से दूरी बनाकर रखें। इसके पीछे तर्क यही है कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग ही सबसे बड़ा हथियार है।
दरअसल, यह शब्द वेंडरविल्ट यूनिवर्सिटी यहीं से निकल कर आया है। रेस्पेरिटी फीजियोलॉजी की स्टडी के आधार पर इसको समझें तो इसके बहुत सारे मतलब हैं। यूनिवर्सिटी के डॉ. विलियम स्केफिनर के मुताबिक, बिना खांसी और छींक के भी अगर आप सांस छोड़ते हैं तो उस तीन से छह फीट के इलाके को ब्रीदिंग जोन बोला जाता है।
मतलब वो इलाका जिसमें आप सांस छोड़ते हैं और लेते हैं। मतलब अगर उस दूरी में कोई दूसरा व्यक्ति भी होगा तो वह वह आपकी छोड़ी हुई सांस से प्रभावित होगा और आप उसकी छोड़ी हुई सांस से प्रभावित होंगे। ऐसे में दोनों एक दूसरे की छोड़ी गई सांस से प्रभावित होंगे।
लेकिन जब खांसी और जुखाम के दौरान कोई खांसता या फिर छींकता है तो फिर यह छह फीट से ज्यादा भी हो सकता है। ऐसे में उसकी सांस से ज्यादा लोग प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए ऐसे समय में कम से कम छह फीट या फिर दो मीटर की दूरी बनाना सबसे ज्यादा जरूरी होता है।
मंडला पुलिस ने इस तरह काराया सोशल डिसटेंसिंग का पालन
मंडला पुलिस द्वारा लगातार ही शहर में पेट्रोलिंग की जा रही है देखा जा रहा है की लोग अनावश्यक रूप से घरो से बाहर ना हो जिससे कोरोना का खतरा जिले में बढ़ जाए. पेट्रोलिंग के दौरान मंडला पुलिस को गरीब बेसहारा लोगो मदद करते भी देखा जा रहा है , Mandla पुलिस ने जिस तरह सोशल डिसटेंसिंग का पालन कराया आप नीचे तवीत में देख सकते है
घर में क्या करें
बड़ा सवाल यही है कि बाहर तो सोशल डिस्टेंसिंग बनाई जा सकती है। लोगों से छह फीट से दो मीटर की दूरी बनाई जा सकती है। लेकिन घर में क्या करें, यह बड़ा सवाल है। हालांकि इसके लिए सिर्फ सुझाव ही हैं। हम इस दूरी को कम करने के लिए मुंह को ढक कर रख सकते हैं। छींकने के पहले रुमाल रख सकते हैं या दूसरे विकल्पों को चुन सकते हैं।