मध्यप्रदेश, खबर सत्ता : सिवनी जिले में बाहरी प्रदेश से आई हुई नकली व सस्ती दारू का वितरण किस तहसील में हो रहा है ? इसकी जानकारी आबकारी विभाग को भी नही है. इसमे आबकारी विभाग क्या कर रहा है ये तो वही जाने.
शराब ठेकेदार अपने निजी स्वार्थ को लेकर सिर्फ और सिर्फ पैसे कमाने की होड़ में लगे हुए है, शराब ठेकेदार अपना मुनाफा कमाने में लगा हुआ है उसको सिवनी जिले की जनता से कोई सरोकार नही है वो स्वस्थ रहे या न रहे उन्हें सिर्फ पैसा कमाना है और जो करोड़ो का ठेका लिया है उसको कई गुना मुनाफे में तब्दील करना है ।
सूत्रों की माने तो बाहरी प्रदेश की यह दारू बहुत ही कम कीमत में मिल जाती है उसका उपयोग एक नंबर की दारू की आड़ में बाजार में बेच दिया जाता है , ये दारू बहुत ही बड़ी तादात में सिवनी आ रही है और इसका उपयोग सिवनी के दारू ठेकेदारो द्वारा निरंतर ही किया जा रहा है ।
ना जाने सिवनी के आबकारी विभाग के अधिकारियों की नींद कब जागेगी जब वह मुनाफाखोर ठेकेदारो के खिलाफ कार्यवाही करेंगे ये अधिकारी सिर्फ और सिर्फ महुआ दहन पर ध्यान देते है इनको दारू की कालाबाजारी से किसी भी प्रकार का कोई लेना देना नही है ?
आबकारी विभाग के द्वारा जिला सिवनी की सभी तहसीलो में शराब की तस्करी और कालाबाजारी की सुद ले तो पर्दे के पीछे बैठे दबंग शराब ठेकेदारो का पर्दाफाश हो सकता है।
सूत्रों की माने तो इस नकली शराब का सेवन करने वालो के स्वास्थ में बुरा असर होता है और ठेकेदारो को बहुत मुनाफा होता है , आबकारी विभाग द्वारा इन बिगड़ैल ठेकेदारो पर लगाम न डालना का मतलब ये समझ जाएं कि इन ठेकेदारो को शह विभाग के कुछ अधिकारियों ने अपने फायदे के लिए छूट दे रखी है ? इसलिए इन दबंग ठेकेदारो के गुर्गे द्वारा ठेके से शराब को गांव गांव पहुचने के कार्य करते रहते है और ठेकेदार की कमाई पर चार चांद लगते रहते है.