आज के डिजिटल युग में Delhivery Courier जैसी लॉजिस्टिक कंपनियाँ देशभर में पार्सल डिलीवरी की रीढ़ बन चुकी हैं। परंतु अब यह कंपनी पार्सल चोरी और सामन बदलने जैसी गंभीर घटनाओं को लेकर कटघरे में है। ऐसे मामलों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, जिससे लाखों ग्राहकों का भरोसा टूट रहा है और वह स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
Delhivery Courier में बढ़ती पार्सल चोरी और धोखाधड़ी की घटनाएं न केवल चिंताजनक हैं, बल्कि ग्राहकों की सुरक्षा और संतुष्टि के लिए खतरा बन चुकी हैं। कंपनी को चाहिए कि वह इन मामलों में तत्काल कार्रवाई करे, दोषियों को सजा दे और ग्राहकों को उनकी वस्तुओं की क्षतिपूर्ति करे। पारदर्शिता और जवाबदेही ही ऐसी कंपनियों का भविष्य सुरक्षित कर सकती हैं।
Delhivery Courier: नाम बड़ा, पर भरोसे में घाटा
Delhivery खुद को एक भरोसेमंद और आधुनिक लॉजिस्टिक्स कंपनी के रूप में प्रस्तुत करती है। इसके अंतर्गत Courier Pickup, Delivery, Online Shipping, Logistics और Supply Chain जैसी सेवाएं दी जाती हैं। परंतु वास्तविकता इससे बिल्कुल अलग है। हाल ही में सामने आए मामलों से पता चलता है कि Delhivery में ग्राहकों के कीमती पार्सल चोरी हो रहे हैं और उनमें भेजा गया सामान बदल दिया जा रहा है।
चोरी का खुलासा: एक सच्ची घटना का उदाहरण
एक ग्राहक ने अपने रिश्तेदार को AWB No: 11770010007792 के माध्यम से Delhivery से एक महंगा सामान भेजा। पैकेजिंग से लेकर डिलीवरी तक सभी सबूत जैसे कि पैकिंग का वीडियो, फोटो और CCTV फुटेज सुरक्षित रखे गए थे। परंतु डिलीवरी होने पर पार्सल से कीमती सामान गायब मिला और उसकी जगह सस्ते उत्पाद थे।
ग्राहक ने तुरंत Delhivery के ऐप – Delivery One पर शिकायत दर्ज करवाई, सभी प्रमाण प्रस्तुत किए, लेकिन कंपनी की ओर से कोई समाधान नहीं दिया गया। यह गंभीर लापरवाही न केवल कंपनी की जवाबदेही पर सवाल उठाती है बल्कि यह कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट, 2019 के तहत दंडनीय अपराध है।
कंज्यूमर कोर्ट जाने की चेतावनी
कई ग्राहक अब कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट, 2019 के तहत District Consumer Dispute Redressal Commission (CDRC) में शिकायत दर्ज करवाने का मन बना चुके हैं। अगर 72 घंटे के अंदर समाधान नहीं मिलता, तो Delhivery को कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। इससे न केवल कंपनी की प्रतिष्ठा को आघात पहुंचेगा, बल्कि इसके खिलाफ बड़ी संख्या में केस भी दर्ज हो सकते हैं।
क्या Delhivery अपने कर्मचारियों पर नहीं रखती निगरानी?
इस प्रकार की घटनाएं यह सवाल उठाती हैं कि क्या Delhivery अपने Distribution Centers या हब्स पर काम करने वाले कर्मचारियों की पृष्ठभूमि की ठीक से जांच करती है? क्या उनके पास कोई इंटरनल मॉनिटरिंग सिस्टम नहीं है जो पार्सल के साथ की जा रही छेड़छाड़ को तुरंत पकड़ सके?
अगर है, तो क्यों इतने मामलों में अब तक किसी कर्मचारी पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई?
ग्राहकों की पीड़ा को नज़रअंदाज़ कर रही है Delhivery
कंपनी की सबसे बड़ी विफलता यह है कि वह ग्राहकों की बात को गंभीरता से नहीं ले रही। जब ग्राहक सारे सबूत, वीडियो, पैकिंग फुटेज, डिलीवरी का रिकॉर्ड पेश कर रहे हैं, तो उन्हें न्याय मिलना चाहिए। लेकिन Delhivery का बेरुखी भरा रवैया ग्राहकों की पीड़ा को और बढ़ा रहा है।
हर हब में होता है पार्सल स्कैन, फिर भी कंपनी मौन क्यों?
Delhivery का पार्सल प्रोसेसिंग सिस्टम अत्याधुनिक है। हर पार्सल को हर हब में स्कैन किया जाता है, जिससे ट्रैकिंग और हैंडलिंग का पूरा डाटा मौजूद रहता है। ऐसे में यह पता लगाना कि किस हब में सामान बदला गया, कोई मुश्किल कार्य नहीं है। फिर भी, Delhivery कंपनी इन मामलों पर चुप्पी साधे रहती है, और ग्राहकों को टालने की नीति अपनाती है।
ग्राहकों को झेलना पड़ रहा है भारी आर्थिक नुकसान
ऐसी घटनाओं के कारण ग्राहकों को हजारों से लाखों रुपये तक का नुकसान उठाना पड़ रहा है। जिन वस्तुओं को उन्होंने ईमानदारी से पैक कर भेजा, उनकी जगह बेकार सामग्री मिलना बहुत ही अपमानजनक और नुकसानदेह अनुभव है। इससे न केवल ग्राहक, बल्कि उन व्यापारियों का भी भरोसा टूट रहा है, जो Delhivery पर निर्भर हैं।
क्या Delhivery को जिम्मेदारी लेनी चाहिए?
बिल्कुल। एक लॉजिस्टिक्स कंपनी की सबसे बड़ी पूंजी उसका ग्राहकों का भरोसा होता है। अगर वह ग्राहकों की समस्याओं को हल करने में विफल रहती है, तो वह धीरे-धीरे अपने ब्रांड वैल्यू और बिजनेस दोनों को खो देगी। Delhivery को अब यह समझना होगा कि केवल टेक्नोलॉजी और प्रचार से नहीं, बल्कि ईमानदारी और जवाबदेही से ही वह एक बड़े ब्रांड के रूप में अपनी पहचान कायम रख सकती है।
पार्सल में साबुन, नकली सामान या खाली डिब्बा: नया घोटाला
लोग अपने रिश्तेदारों या ग्राहकों को महंगे मोबाइल, ज्वेलरी, इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स या अन्य कीमती वस्तुएं भेजते हैं, लेकिन डिलीवरी के समय पार्सल से वह गायब मिलते हैं। उसकी जगह कभी साबुन, कभी पुराने कपड़े, तो कभी खाली डिब्बा प्राप्त होता है। यह कोई सामान्य गलती नहीं, बल्कि एक सुनियोजित धोखाधड़ी प्रतीत होती है, जिसे संभवतः Delhivery के अंदर ही बैठे कुछ कर्मचारी अंजाम दे रहे हैं।