सिवनी। खेल विभाग द्वारा संचालित ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर में इन दिनों खिलाड़ियों को विभिन्न खेलों का नियमित अभ्यास कराया जा रहा है। यह शिविर जिला मुख्यालय के साथ-साथ जिले के प्रत्येक विकासखंड में भी संचालित किया जा रहा है, जिससे ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के युवा खेल प्रतिभाएं लाभान्वित हो रही हैं।
श्री महावीर व्यायामशाला, सुभाष वार्ड, नेहरू रोड में जूडो प्रशिक्षण शिविर विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहां प्रशिक्षक गोपाल कुमार कुशवाहा द्वारा नवोदित खिलाड़ियों को जूडो की बारीकियों के साथ आत्मरक्षा के गुण सिखाए जा रहे हैं। विशेषकर बालिकाओं को बदलते सामाजिक परिवेश में स्वयं की सुरक्षा हेतु जूडो के दांव-पेंच सिखाए जा रहे हैं।
प्रशिक्षक गोपाल कुमार कुशवाहा ने बताया कि जूडो न केवल एक खेल है, बल्कि यह शारीरिक व मानसिक विकास का सशक्त माध्यम भी है। यह आत्म-अनुशासन, आत्मविश्वास और आत्म-रक्षा कौशल को निखारता है। साथ ही ताकत, लचीलापन, संतुलन एवं समन्वय में भी सुधार करता है।

खिलाड़ियों को मिल रहा सुनहरा अवसर
प्रशिक्षक कुशवाहा ने आगे जानकारी दी कि प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे खिलाड़ियों को भविष्य में राज्य, राष्ट्रीय, एशियाई और ओलंपिक स्तर की प्रतियोगिताओं में भागीदारी का अवसर मिलेगा। इसके अतिरिक्त, पुलिस, सेना और अन्य सरकारी सेवाओं में खेल कोटे के अंतर्गत आरक्षण और छूट भी प्रदान की जाती है।
खेल छात्रवृत्ति और चयन के अवसर
पदक प्राप्त खिलाड़ियों को भारतीय खेल प्राधिकरण, स्पोर्ट्स अकादमी और खेल विभाग में चयनित होने का अवसर मिलता है। साथ ही राज्य व केंद्र सरकार द्वारा खेल छात्रवृत्ति भी दी जाती है, जो खिलाड़ियों के भविष्य को नई दिशा देती है।
निःशुल्क प्रशिक्षण और पंजीयन सुविधा
जूडो प्रशिक्षण में इच्छुक नवोदित खिलाड़ी निःशुल्क पंजीयन कराकर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। प्रशिक्षण में प्रयोग की जाने वाली खेल सामग्री भी खिलाड़ियों को उपलब्ध कराई जा रही है, ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो।
शिविर 5 मई से 6 जून तक, समापन पर मिलेगा प्रमाण पत्र
यह ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर 5 मई से 6 जून तक आयोजित किया गया है। इसमें पांच वर्ष से अधिक आयु के बालक-बालिकाएं भाग ले रहे हैं। समापन समारोह के दौरान खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार भी वितरित किए जाएंगे।
इस प्रकार, यह प्रशिक्षण शिविर न केवल खिलाड़ियों के खेल कौशल को निखार रहा है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर, आत्मविश्वासी और भविष्य के लिए तैयार भी कर रहा है।