Seoni Loot Case: मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में शनिवार की रात एक भयावह घटना घटी। छिंदवाड़ा बायपास ब्रिज के समीप सुंदर नगर छिंदवाड़ा रोड बायपास स्थित बम्होड़ी निवासी शिक्षक के घर पर लुटेरों ने हमला किया। इस दौरान उन्होंने शिक्षक को बंधक बनाकर लूटपाट की और 50 लाख रुपये मांगने लगे।
लुटेरों ने शिक्षक को बनाया बंधक
मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में शनिवार की रात एक भयावह घटना घटी। छिंदवाड़ा बायपास ब्रिज के समीप सुंदर नगर छिंदवाड़ा रोड बायपास स्थित बम्होड़ी निवासी शिक्षक के घर पर लुटेरों ने हमला किया। इस दौरान उन्होंने शिक्षक को बंधक बनाकर लूटपाट की और 50 लाख रुपये मांगने लगे।
लुटेरों ने शिक्षक को बनाया बंधक
शिक्षक योगेश उपाध्याय, जो कि एमएलबी स्कूल में पदस्थ हैं, अपने बेटे के साथ घर में अकेले थे। उनकी पत्नी और बेटी वृंदावन यात्रा पर गई हुई थीं। शनिवार रात करीब 1 बजे अचानक कुछ हलचल हुई, जिससे उनकी नींद खुली। उन्होंने देखा कि तीन से चार नकाबपोश लुटेरे घर में घुसे हुए थे। उनमें से दो ने उनका गला दबाया, जबकि तीसरे ने उनके सिर पर तमंचा अड़ा दिया। इसके बाद वे लगातार यह पूछते रहे कि 50 लाख रुपये कहां रखे हैं।
पुत्र के बाहर होने का उठाया फायदा
घटना के समय शिक्षक का पुत्र घर में पढ़ाई कर रहा था, लेकिन कुछ देर के लिए बाहर गया था। जाते समय उसने चैनल गेट में ताला लगा दिया था। इसी दौरान लुटेरे वहां पहुंचे और उन्होंने इस मौके का फायदा उठाते हुए घर में घुसकर लूटपाट की योजना बनाई।
लूट की वारदात को दिया अंजाम
लुटेरों ने शिक्षक के हाथ, पैर और मुंह रस्सी से बांध दिए और उनके घर में आलमारी, दीवान पेटी और अन्य जगहों की तलाशी लेने लगे।
- आलमारी में रखे 35,000 रुपये नकद
- पैंट की जेब से 12,000 रुपये निकाल लिए
- जाते समय मोबाइल फोन भी लूटकर ले गए
लुटेरों ने दी चेतावनी, लेकिन नहीं किया नुकसान
लूटपाट के दौरान एक लुटेरे ने शिक्षक से कहा, “आप पिता समान हैं, हम आपको कोई नुकसान नहीं पहुंचाएंगे, बस हमें पैसे चाहिए।” लेकिन इसके बावजूद उन्होंने दबाव बनाने के लिए उनका गला जोर से दबाया।
पुत्र के लौटते ही हुआ खुलासा
घटना को अंजाम देने के बाद लुटेरे भाग गए। कुछ समय बाद शिक्षक का पुत्र घर लौटा। उसने देखा कि चैनल गेट का ताला टूटा हुआ था। अंदर जाने पर उसने अपने पिता को बांधकर पड़ा देखा। उसने तुरंत पिता को खोला और फिर दोनों कोतवाली थाना पहुंचे और पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी।
पुलिस प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही सिवनी पुलिस अधीक्षक सुनील मेहता ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। डॉग स्क्वॉड और एफएसएल टीम को भी जांच के लिए बुलाया गया। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कैसे भागे लुटेरे?
लुटेरों ने बड़ी चतुराई से अपराध को अंजाम दिया। वे घर में घुसते समय किसी भी तरह की आवाज या हलचल नहीं होने दी। जब वे लूटपाट कर चुके, तो पीछे की फेंसिंग वॉल की जाली काटकर वहां से भाग निकले। उन्होंने घर की सभी लाइटों पर कपड़ा डाल दिया, ताकि कोई देख न सके।
पुलिस की जांच और संभावित संदिग्ध
पुलिस ने घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि लुटेरे 20-22 साल की उम्र के थे और उन्हें इस घर के बारे में पूरी जानकारी थी। ऐसे में पुलिस किसी परिचित या करीबी व्यक्ति के शामिल होने की संभावना से इनकार नहीं कर रही है।
स्थानीय लोगों में भय और आक्रोश
इस घटना के बाद से इलाके के लोगों में डर का माहौल है। स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है। सिवनी जिले में हुई यह लूटपाट की घटना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। पुलिस को चाहिए कि वे शीघ्र ही अपराधियों को पकड़कर कड़ी सजा दिलाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।