MP E NAGAR PALIKA: प्रदेश में नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने सभी 413 नगरीय निकायों को एकीकृत करने हेतु वेब आधारित ई-नगर पालिका योजना की शुरुआत की है। यह योजना न केवल डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को प्रोत्साहित करती है, बल्कि नागरिकों को त्वरित, पारदर्शी और सुलभ सेवाएं भी प्रदान करती है। इस पहल के माध्यम से नगरीय निकायों में मौजूद सभी सेवाओं को ऑनलाइन उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे नागरिकों को सरकारी सेवाओं का लाभ घर बैठे प्राप्त हो सके। आइए, इस योजना की विभिन्न विशेषताओं और इसके आगामी संस्करण ई-नगर पालिका 2.0 पर विस्तार से चर्चा करते हैं।
ई-नगर पालिका 1.0: नागरिकों को मिल रही 22 सेवाएं
ई-नगर पालिका 1.0 प्लेटफार्म का विकास एक समृद्ध डेटाबेस के साथ किया गया है, जिसमें नागरिकों को 22 प्रमुख सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इन सेवाओं के अंतर्गत 15 मॉड्यूल हैं, जो विभिन्न नगरीय विभागों जैसे उद्योग, राजस्व और पंजीयन विभाग के साथ समेकित हैं। इसके अलावा, भारत सरकार के प्रमुख मोबाइल एप उमंग से भी इसका एकीकरण किया गया है, जिससे नागरिकों को सेवाओं का लाभ और भी आसानी से मिल रहा है।
ई-नगर पालिका 1.0 की प्रमुख सेवाओं में जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र, संपत्ति कर, भवन निर्माण अनुमति, जलप्रदाय और नल कनेक्शन जैसे नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं। इस योजना ने नगरीय निकायों में पारदर्शिता लाने के साथ-साथ सेवाओं को बेहतर और सहज बनाया है।
ई-नगर पालिका 2.0: आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल
ई-नगर पालिका 2.0 का विकास विभाग द्वारा किया जा रहा है, जो कि नई तकनीक और उन्नत उपकरणों के अनुरूप है। इस संस्करण में 16 नए मॉड्यूल्स जोड़े जाएंगे और नागरिकों को 24 सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इसके अतिरिक्त, भौतिक संरचना को क्लाउड सेवाओं द्वारा प्रतिस्थापित किया जाएगा, जिससे नागरिकों को सेवाओं का लाभ और भी जल्दी एवं आसानी से मिलेगा।
इस योजना में जीआईएस (भौगोलिक सूचना प्रणाली) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग भी किया जाएगा, जो नगर निगमों की सेवाओं को और भी प्रभावी और सटीक बनाएगा। जीआईएस के माध्यम से, संपत्ति कर और भूमि नक्शे जैसे कार्यों में नागरिकों को सटीकता और पारदर्शिता प्राप्त होगी।
कियोस्क और ऑनलाइन भुगतान: नागरिकों के लिए सरल विकल्प
ई-नगर पालिका 2.0 में कॉमन सर्विस सेंटर (CSC), एम ऑनलाइन, कियोस्क सेंटर और भुगतान गेटवे के साथ एकीकरण किया गया है। इसके माध्यम से नागरिक अपनी सुविधानुसार विभिन्न सेवाओं का लाभ कियोस्क सेंटर पर जाकर भी उठा सकते हैं। इससे नागरिकों को सेवाओं तक पहुंचने में आसानी होती है, और उन्हें अपने समय और पैसे की बचत होती है।
ऑनलाइन भुगतान प्रणाली का भी एकीकरण इस योजना में किया गया है, जिससे नागरिक किसी भी सेवा का भुगतान डिजिटल माध्यम से कर सकते हैं। इससे नगरीय निकायों की आय में वृद्धि होती है और नागरिकों को भुगतान प्रक्रिया में पारदर्शिता भी मिलती है।
ई-नगर पालिका के लाभ: नागरिकों के जीवन में सुधार
ई-नगर पालिका योजना के माध्यम से नागरिकों को निम्नलिखित लाभ मिल रहे हैं:
- तेजी से सेवाओं की उपलब्धता: अब नागरिकों को सरकारी सेवाओं के लिए लंबी कतारों में खड़ा होने की आवश्यकता नहीं है। वे घर बैठे ही आवश्यक सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
- पारदर्शिता में सुधार: यह प्रणाली सभी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता लाने का काम करती है, जिससे नागरिकों का भरोसा सरकारी तंत्र पर और अधिक मजबूत होता है।
- समय और पैसे की बचत: घर बैठे सेवाओं का लाभ उठाने से नागरिकों का समय और पैसा दोनों की बचत होती है।
- नवीनतम तकनीक का उपयोग: क्लाउड सेवाएं, जीआईएस और एआई जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग इस प्रणाली को और भी सटीक और उपयोगकर्ता-मित्र बनाता है।
- सिंगल पोर्टल पर सभी सेवाएं: मध्यप्रदेश भारत का पहला राज्य है, जहां सभी नगरीय निकायों को एक ही पोर्टल पर जोड़ा गया है। इससे नागरिकों को सुविधा मिलती है कि उन्हें अपनी किसी भी जरूरत के लिए अलग-अलग जगह जाने की आवश्यकता नहीं होती।
भविष्य की योजनाएं और ई-नगर पालिका का प्रभाव
मध्यप्रदेश सरकार इस योजना के द्वितीय चरण के तहत भविष्य की तकनीकों का उपयोग करने का लक्ष्य रखती है। भविष्य में ई-नगर पालिका 2.0 में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग जैसी तकनीकों का और भी उन्नत रूप में उपयोग किया जाएगा, जिससे सरकारी सेवाओं का संचालन और भी बेहतर और सरल बनेगा। इसके अलावा, डाटा एनालिटिक्स के माध्यम से नागरिकों की समस्याओं और जरूरतों का विश्लेषण कर योजनाओं में सुधार किया जाएगा।