भोपाल (मध्य प्रदेश): मध्य प्रदेश में जुलाई महीने में सामान्य से 1.3 इंच ज़्यादा बारिश हुई है। इसी तरह अगस्त में भी भारी बारिश की संभावना है। गुरुवार को भोपाल, सागर, जबलपुर, नर्मदापुरम, ग्वालियर और चंबल समेत राज्य के छह संभागों के 19 जिलों में भारी बारिश की संभावना है। साथ ही रायसेन, विदिशा और शाजापुर में बुधवार देर रात से लगातार बारिश हो रही है।
अब तक मध्य प्रदेश में मौसमी बारिश का 51% यानी 18.9 इंच बारिश हो चुकी है। जुलाई में सामान्य से ज़्यादा बारिश हुई और अगस्त में भी यही रुझान रहने की उम्मीद है। राज्य में एक मज़बूत मौसमी सिस्टम सक्रिय है और अगले चार दिनों तक ऐसा ही रहने का अनुमान है, जिससे बारिश की तीव्रता अलग-अलग हो सकती है।
गुरुवार को भारी बारिश की चेतावनी
दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्ना, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, अनुपपुर, शहडोल, कटनी, दमोह, पन्ना, ग्वालियर, श्योपुर, भिंड, निवाड़ी, भोपाल में अलर्ट है। , सीहोर, हरदा, बैतूल, सागर, जबलपुर, उमरिया, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली और टीकमगढ़।
हल्की बारिश, तूफान की चेतावनी
इंदौर और उज्जैन समेत प्रदेश के अन्य जिलों में मौसम बदला रहेगा।
अगले 4 दिनों तक भारी से हल्की वर्षा
आईएमडी भोपाल की वरिष्ठ वैज्ञानिक दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, मानसून की द्रोणिका प्रदेश से थोड़ा ऊपर है। अरब सागर की ओर एक चक्रवाती परिसंचरण और क्षेत्र में एक और चक्रवाती परिसंचरण है। इन मजबूत गतिविधियों के जारी रहने की उम्मीद है, जिससे अगले चार दिनों में विभिन्न क्षेत्रों में भारी से हल्की बारिश हो सकती है।
अब तक की बारिश का रिकॉर्ड
अब तक सिवनी में सबसे ज्यादा 31.74 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि रीवा में 8 इंच से भी कम बारिश हुई है। सक्रिय मौसमी सिस्टम का खासा असर प्रदेश के पूर्वी इलाकों जबलपुर, सागर, शहडोल और रीवा संभागों पर पड़ेगा, जिससे बारिश के आंकड़ों में बढ़ोतरी होगी।
कुल मिलाकर राज्य में औसत से 7% अधिक बारिश हुई है। पूर्वी हिस्से में 1% अधिक, जबकि पश्चिमी हिस्से में सामान्य से 14% अधिक बारिश हुई है।