लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील अलीगढ़ शहर में मंगलवार देर रात एक मुस्लिम युवक की भीड़ द्वारा चोर समझकर पीट-पीटकर हत्या किए जाने के बाद तनाव व्याप्त हो गया। यह घटना अलीगढ़ के मामू-भांजा इलाके में घटी, जहां फरीद उर्फ औरंगजेब नामक व्यक्ति को लोगों ने चोर समझकर पीट-पीटकर मार डाला। इस घटना ने शहर में भारी उथल-पुथल मचा दी है, जिससे सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया है।
घटना का विवरण
पुलिस सूत्रों के अनुसार, 35 वर्षीय फरीद उर्फ औरंगजेब को मंगलवार देर रात कुछ लोगों ने एक व्यापारी के घर में घुसने की कोशिश करते समय पकड़ लिया। उसे चोर समझकर लोगों ने लाठी-डंडों से पीटा। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में भीड़ फरीद को पीटती और लात-घूंसों से मारती दिख रही है। पुलिस को सूचना मिलने पर वे घटनास्थल पर पहुंचे और फरीद को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
हत्या के विरोध में गुस्साई भीड़
हत्या के विरोध में गुस्साई भीड़ ने भारी पथराव किया और अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क पर धरना दिया। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के कुछ छात्र नेता भी अस्पताल पहुंचे और घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
पुलिस की कार्यवाही
पुलिस ने हत्या के सिलसिले में एक व्यापारी के परिवार के कुछ सदस्यों को हिरासत में लिया। इसके बाद स्थानीय भाजपा नेताओं के नेतृत्व में व्यापारियों ने पुलिस कार्रवाई के विरोध में अपनी दुकानें बंद कर दीं। उन्होंने अन्य दुकानें भी बंद करवा दीं और गिरफ्तार लोगों की तत्काल रिहाई की मांग करते हुए सड़क पर धरना दे दिया।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
अलीगढ़ में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि सभी संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है और कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
सांप्रदायिक तनाव का बढ़ता खतरा
इस घटना ने अलीगढ़ शहर में सांप्रदायिक तनाव को और बढ़ा दिया है। यह घटना न केवल शहर की सुरक्षा के लिए बल्कि समाज के सांप्रदायिक ताने-बाने के लिए भी गंभीर चिंता का विषय है।
सांप्रदायिक घटनाओं का इतिहास
अलीगढ़ शहर पहले भी सांप्रदायिक हिंसा का शिकार हो चुका है। इस तरह की घटनाओं से शहर की शांति और सामंजस्य पर बुरा असर पड़ता है। समाज में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है।
न्याय और शांति की मांग
समाज के विभिन्न वर्गों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और न्याय की मांग की है। शहर के वरिष्ठ नागरिकों, सामाजिक संगठनों और धार्मिक नेताओं ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कानून को अपने हाथ में न लें और पुलिस को अपना काम करने दें।