भोपाल (मध्य प्रदेश): बड़े नेता राख से ही उठते हैं। यह कहावत पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर सटीक बैठती है, जो मध्य प्रदेश में पार्टी द्वारा उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में दोबारा मौका न दिए जाने के बाद अपने राजनीतिक पुनरुत्थान के लिए संघर्ष कर रहे थे।
उन्होंने विदिशा लोकसभा सीट पर 8.21 लाख के बड़े अंतर से जीत दर्ज की और यह संभवतः राज्य में अब तक की सबसे बड़ी जीत है। अब वे राष्ट्रीय राजनीति में बड़ी भूमिका निभाने के लिए केंद्र में जाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही कह दिया था कि वे चौहान को केंद्र में ले जाएंगे।
भाजपा नेताओं और आम जनता में इस बात को लेकर अटकलें लगने लगी हैं कि उन्हें केंद्र में क्या भूमिका मिल सकती है। कई लोग तो यह भी अनुमान लगा रहे हैं कि मोदी कैबिनेट में उन्हें कोई बड़ा पद मिल सकता है।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि चौहान की इस बड़ी जीत में लाडली बहना की भूमिका अहम रही। पिछली सरकार ने ही लाडली बहना योजना शुरू की थी, जिसके तहत हर गरीब महिला को हर महीने 1250 रुपये दिए जाने की बात कही गई थी। इस योजना से राज्य की लाखों महिलाओं को लाभ मिला। विदिशा लोकसभा सीट की महिलाओं ने उन्हें वोट देकर आशीर्वाद दिया, जिसे लाडली बहना योजना के बदले में रिटर्न गिफ्ट कहा जा सकता है।
इसके साथ ही चौहान के प्रति लोगों की सहानुभूति भी खूब रही और वोट भी खूब आए। उनके सहज व्यवहार और लोगों तक उनकी सहज पहुंच ने उन्हें जननेता का तमगा दिलाया, जिसका उन्हें भरपूर फायदा मिला। विदिशा लोकसभा सीट से मिली शानदार जीत से उनका राजनीतिक कद और बढ़ गया है और उनके राजनीतिक करियर को भी नई ऊंचाई मिली है।
जहां तक उनके राजनीतिक करियर की बात है तो उन्हें कभी किसी चुनाव में हार का सामना नहीं करना पड़ा। वे रिकॉर्ड पांच बार विदिशा सीट से लोकसभा सदस्य रहे। अब यह छठी बार है जब वे उसी सीट से चुने गए हैं। इससे पहले उन्होंने चार बार राज्य के मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड बनाया था।
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनकर कीर्तिमान स्थापित करेंगे।
मध्य प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर पार्टी की जीत का जश्न मनाते हुए भाजपा नेतृत्व ने कहा कि पहली बार मुख्य चुनाव में छिंदवाड़ा सीट जीती गई है।
इससे पहले 1997 में छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सुंदर लाल पटवा ने कमल नाथ को हराया था। मंगलवार शाम पार्टी कार्यालय में जश्न में शामिल हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा छिंदवाड़ा सीट पर 37 हजार वोटों से हारी थी और इस चुनाव में एक लाख से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की है।
भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए की भारी जीत के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि कोई गैर-कांग्रेसी सरकार लगातार तीसरी बार 300 सीटों के आंकड़े के करीब पहुंच रही है।
उन्होंने सभी 29 लोकसभा सीटों पर भाजपा की जीत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ऐसे उम्मीदवार भी हैं जो लाखों वोटों से चुनाव जीते हैं। उदाहरण के लिए, इंदौर लोकसभा सीट पर शंकर लालवानी 11 लाख वोटों के अंतर से जीते, शिवराज सिंह चौहान ने (विदिशा सीट) 8.21 लाख के बड़े अंतर से जीत दर्ज की, वीडी शर्मा (खजुराहो) 4.52 लाख के अंतर से विजयी हुए, ज्योतिरादित्य सिंधिया (गुना) ने 5 लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल की आदि। उन्होंने कहा, “यह कितना अच्छा समय है और भाजपा ने कितना बड़ा रिकॉर्ड बनाया है।”
राजगढ़ में जीत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले आम चुनाव में भाजपा ने भोपाल में दिग्विजय सिंह को रौंदा था और इस बार राजगढ़ में उन्हें हराया है।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लगातार तीन बार सरकार बनाना जादू है और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा नीत एनडीए सरकार बनाने जा रही है। उन्होंने दावा किया, “यह बड़ी जीत है।”
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, ‘इस बार छिंदवाड़ा में भी कमल खिला है।’ उन्होंने कहा कि भाजपा हर पोलिंग बूथ पर 10% वोट शेयर बढ़ाने में कामयाब रही है। इस मौके पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा और अन्य लोग भी मौजूद थे।