मध्य प्रदेश में आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने घोटालों और भ्रष्टाचार के माध्यम से सरकार को घेरने की तैयारी कर रखी है। इसके परिणामस्वरूप, पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सरकार के खिलाफ आरोप उठाए हैं।
घोटालों की सूची उजागर
कांग्रेस पार्टी ने पिछले 18 वर्षों के दौरान हुए सैकड़ों घोटालों की सूची को जनता के सामने प्रस्तुत किया है। इससे साफ दिखता है कि समय के साथ भ्रष्टाचार के मामले में कोई सुधार नहीं हुआ है और सरकार ने घोटालों को दबाने के बजाय उन्हें बढ़ावा दिया है।
कमलनाथ की आलोचना
कमलनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार पर गंभीर आलोचना की है। उन्होंने उनके खिलाफ घोटालों के आरोप लगाते हुए कहा कि यह सिर्फ भ्रष्टाचार नहीं है, बल्कि यह उनकी ‘सीखो, कमाओ योजना’ का असली चेहरा है।
जनता से माफी की मांग
कमलनाथ ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि वह जनता से माफी मांगे और घोटालों के आरोपियों को न्याय के सामने लाए। उन्होंने यह भी जताया है कि जिन घोटालों में लाखों करोड़ रुपये लुटे गए हैं, वह उस समय की सम्मानित जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा है, और उन्हें उनके हक की आवश्यकता है।
शिवराज सरकार का तंज
कमलनाथ ने शिवराज सरकार की तरफ से आये तंज का परिप्रेक्ष्य भी दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खुद घोटाले करते हैं और फिर दूसरों को उनकी ‘सीखो, कमाओ योजना’ के तहत घोटाले करने का तरीका सिखाते हैं।
कमलनाथ के इस आरोपों से साफ दिखता है कि मध्य प्रदेश की राजनीति में घोटालों और भ्रष्टाचार के मामले में गहरी चिंता है। वे न्याय की मांग करते हैं और जनता के हक की रक्षा के लिए उठे हुए हैं।
हां, कांग्रेस पार्टी ने शिवराज सरकार के 18 वर्षों के दौरान हुए घोटालों की सूची प्रस्तुत की है।
कांग्रेस के अनुसार, भ्रष्टाचार के मामलों में सरकार ने सख्त कार्रवाई की बजाय घोटालों को बढ़ावा दिया है।
यह बिल्कुल संभावना है कि इस विवाद का चुनावी परिणामों पर प्रभाव हो सकता है, क्योंकि घोटालों और भ्रष्टाचार के मामले में जनता का रुझान बदल सकता है।
हां, यह आरोप पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ राजनीतिक है और इससे विधानसभा चुनाव में मार्गदर्शन हो सकता है।
अभी तक शिवराज सिंह चौहान ने किसी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन उनकी पार्टी के प्रतिनिधित्व ने कमलनाथ के आरोपों को खारिज किया है।