सिवनी, बरघाट,धारनाकला (एस.शुक्ला): भारी पैमाने पर बने गरीबी रेखा के राशन कार्ड धारियो पर प्रशासन की कार्रवाई शीघ्र हो सकती है चूकि इस सम्बंध मे लगातार हो रही शिकायत को देखते हुए ग्राम पंचायत धारनाकला के द्वारा तहसीलदार बरघाट एवं फुड विभाग सिवनी को पत्र जारी करते हुए तत्काल अपात्र राशन कार्ड धारियो पर कार्रवाई की मांग करते हुए राशन पर्ची निरस्त करने की मांग की गई है.
उल्लेखनीय है की मध्य प्रदेश एवं केन्द्र सरकार द्वारा प्रति माह गरीबो को एक रूपये किलो का चावल एवं गेहू प्रदाय करते हुए प्रधान मंत्री अन्न योजना का तहत मुफ्त फ्री का राशन प्रदाय किया जाता है.
किन्तु हकीकत यह है की आज भी जिन गरीबो को इस महती योजना का लाभ मिलना चाहिए वे इससे कोसो दूर है और इस योजना का लाभ धन से सम्पन्न लाखो की चल अचल सम्पत्ति वाले लोग ले रहे है किन्तु इस दिशा मे ध्यान देने की जरूरत कोई जवाबदार नही समझ रहा है.
शासकीय सेवको के नाम भी है दर्ज है राशन कार्ड मे
यहा यह भी उल्लेखनीय है की धारनाकला मे शासकीय सेवक भी गरीबी रेखा का एक रूपये किलो और मुफ्त फ्री का राशन लम्बे समय से ले रहे है जब पचास से साठ हजार रूपये माह की पगार लेने वाला व्यक्ति शासन की इस योजना से जुडकर लाभ ले रहा है तो अन्दाजा लगाया जा सकता है की और भी कैसे लोग यहा पर गरीबी रेखा योजना से जुडे हुऐ है और शासन की इस महती योजना को कलंकित कर रहे है जबकि अनेको बार सम्बन्धितो का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया गया है किन्तु उनके कानो मे जू तक नही रेग रही है
दो पहिया एवं चार पहिया वाहन से लेने आते है राशन
यहा यह भी उल्लेखनीय है की राशन दुकानो मे गरीब दो पहिया और चार पहिया वाहन से राशन लेने के लिये राशन दुकान पहुचते है और बकायदा अपने पावर का उपयोग करते हुऐ पी ओ एस मशीन मे फिंगर देकर राशन सबसे पहले लेते है और वही राशन कुछ देर बाद बाजार मे बेचकर पैसा गिना लेते है और सही मै जो वास्तविक गरीब है बेचारा लाइन मे खडा रहकर अपने कार्ड का इन्तजार करता रहता है
इससे यह भी अन्दाजा लगाया जा सकता है की सरकार द्वारा गरीबो को दिया जाने वाला फ्री राशन क्या सही मे गरीबो के घर मे पहुच रहा है जबकि खुले बाजार मे ही सैकड़ो क्विंटल अनाज प्रति माह बेच दिया जाता है
कुचिया व्यापारी की रहती है उपस्थिती
यहा यह भी उल्लेखनीय है राशन दुकान के समीप ही कुचिया व्यापारी खाली बोरियो का बंडल लेकर खडे रहते है और राशन दुकान से राशन लेने के बाद राशन कार्ड धारी अपना राशन चावल 17 रूपये किलो मे बेचकर और अपना पैसा लेकर चलता बनता है और वही राशन थोक के रूप मे बाजार पहुच जाता है.
लगभग पूरा गांव गरीबी रेखा मे
यहा यह भी उल्लेखनीय है की धारनाकला मे पंचायत के आकडो के अनुसार लगभग 776 परिवार है तथा मतदाता सूची के अनुसार लगभग 2700 सदस्य सख्या दर्ज है तथा लगभग 650 परिवारो के नाम गरीबी रेखा एवं अन्त्योदय कार्ड के रूप मे दर्ज है। तथा लगभग 2650 व्यक्ति प्रति माह एक रूपये किलो एवं फ्री का राशन ले रहे है इससे अन्दाजा लगाया जा सकता है की जवाबदारो ने लगभग पूरे धारनाकला को ही गरीब बनाते हुऐ गरीबी रेखा के कार्ड बना दिये है
शासन की योजना का लाभ भी अमीर ले रहे है
यहा यह भी उल्लेखनीय है की शासन की महती जन कल्याणकारी योजना का लाभ गरीबी रेखा कार्ड के बल पर सबसे ज्यादा अमीर लोग अपनी पहुच और पकड के बल पर ले रहे है जिसमे आवास योजना पेंशन योजना से लेकर अनेको ऐसी योजनाए है जो गरीब की झोली मे न जाकर अमीरो का भला कर रही है किन्तु वास्तविक गरीब आज भी शासन की महती योजनाओ से कोसो दूर है.
यहा यह बताना भी लाजिमी है की सरकार के नियम के अनुसार बीपीएल आय सीमा की गणना भोजन वस्त्र स्वास्थ्य देखभाल परिवहन और बिजली जैसी चीजो के लिये मासिक व्यय का उपयोग करके की जाती है तथा शहरी छेत्र मे प्रति दिन 33रूपये और ग्रामीण क्षेत्र मे 27रूपये प्रति कमाने वाले गरीबी रेखा की पात्रता रखते है जिसमे वार्षिक आय के रूप 27000 रूपये से अधिक का मापदंड न होने का उल्लेख है किन्तु हकीकत ये है की जिन परिवारो की वार्षिक आय लाखो मे है आलीशान पक्की इमारत लाखो का व्यवसाय है परिवार के सदस्य शासकीय सेवा मे कार्यरत है तथा करोडो की चल अचल सम्पत्ति है ऐसे लोगो के नाम भी गरीबी रेखा मे दर्ज है और वे लोग प्रशासन की नाक के नीचे गरीबो के हक पर डाका डाल रहे है किन्तु इस ओर सम्बन्धितो का ध्यान नही है जबकि आये दिन इसदिशा मे आवाज उठने के बाद भी कोई कार्रवाई नही है
यहा यह भी उल्लेखनीय है की यह स्तिथि सिर्फ़ धारनाकला की ही नही है बल्कि पूरे सिवनी जिले की जहा वास्तविक गरीब आज भी अपना गरीबी रेखा का कार्ड बनवाने के लिये दफ्तर के चक्कर लगा रहा है वही दूसरी तरफ अपात्र और धन से सम्पन्न अमीर इस महती योजना का लाभ ले रहे है
क्या होगी ठोस कार्रवाई
शासन की इस महती योजना का गलत तरीके से लाभ लेने वालो पर ठोस कार्रवाई होगी जबकि इस सम्बंध मे पहली पहल ग्राम पंचायत सचिव धारनाकला ने की है और इस सम्बंध मे तहसील दार एवं खाद्य विभाग को भी आवेदन प्रस्तुत करते हुऐ अपात्र लोगो पर और खासकर शासकीय सेवा मे रहते हुऐ लाखो रूपये की आय पाने के बाद भी एक रूपये किलो और फ्री का राशन लेने वाले शासकीय सेवको की जांच का निवेदन करते हुऐ कार्रवाई की मांग रखी है
क्या जिले के संवेदनशील जिला कलेक्टर महोदय इस ओर शीघ्र ध्यान दे कार्रवाई करेगे ऐसी जना अपेक्षा है
इनका कहना
शासन की महती योजना का लाभ वास्तविक मे गरीब को मिलना चाहिए तथा निस्पक्ष जांच करते हुऐ अपात्र लोगो के नाम तथा शासकीय सेवक के रूप जो इस योजना का लाभ ले रहे उन पर ठोस कार्रवाई होनी चाहिए
गजानंद हरिनखेडे जनपद सदस्य एवं सहकारिता सभापति जनपद पंचायत बरघाट