भोपाल। राजधानी भोपाल समेत मध्यप्रदेश के कई इलाकों में मंगलवार से जोरदार बारिश जारी है, इस दौरान राजधानी में 6 घंटे में ढाई इंच बारिश हुई, जिसकी वजह से नदी-नाले उफान पर आ गए। बुधवार को कोलार डैम के आठ में से दो गेट खोल दिए हैं।
इंदौर में बीती रात साढ़े 4 इंच बारिश हुई। कई इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया, साथ ही सड़कों पर कारें बहती नजर आईं।
तेज बारिश की वजह से यशवंत सागर के दो गेट खोलना पड़े। मंगलवार रात नर्मदापुरम में तवा डैम के 13 और रायसेन जिले के बाड़ी स्थित बारना डैम के 8 गेट खोले गए। इससे नर्मदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और घाटों पर अलर्ट जारी किया गया है। अगले दो दिन प्रदेश में इसी तरह भारी बारिश का अनुमान है।
इंदौर में मंगलवार शाम से देर रात तक भारी हुई बारिश हुई। इससे शहर की सड़कें नदियां बन गईं। सड़क पर इतना पानी भरा था कि कई कारें बह गईं। सड़कों पर पानी होने के कारण वाहनों के पहिए थम गए और लोग घंटों तक वाहनों में ही फंसे रहे।
यहां तक कि लोगों के घरों में पानी घुस गया। फूटी कोठी, हवा बंगला, सुदामा नगर, द्वारकापुरी, शांतिनाथपुरी, साईं बाबा नगर, वैशाली नगर, राजेंद्र नगर, सिलिकॉन सिटी, नालंदा परिसर में चारों तरफ पानी ही पानी था। शांतिनाथपुरी में सड़कों पर कारें बह गईं।
फूटी कोठी के सामने भी एक कार बही और आगे जाकर पलट गई। राजेंद्र नगर में 3 से 4 फीट ऊंचे ओटलों तक पानी था। हवा बंगला क्षेत्र के भी यही हाल थे। चाणक्यपुरी, बिजलपुर, केसरबाग रोड, गायत्री नगर में भी पानी भर गया। कई इलाकों में बिजली गुल रही।
इंदौर में बारिश का सिलसिला बुधवार सुबह भी जारी रहा। इंदौर में रातभर में चार इंच पानी बरस गया। अति वर्षा को देखते हुए कलेक्टर मनीष सिंह ने बुधवार को पहली से 12वीं तक के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित है। कलेक्टर ने स्कूल संचालकों को निर्देश दिए हैं कि जो बच्चे सुबह स्कूल चले गए हैं, उन्हें सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाया जाए।
राजधानी भोपाल में भी मंगलवार देर रात बारिश का दौर जारी है। जिससे जगह-जगह जल जमाव के हालत बन गए हैं। कई इलाकों में सड़कों पर एक-एक फीट से ज्यादा पानी भरा हुआ है। शहर और आसपास के इलाकों में जारी बारिश के बीच कलियासोत और भदभदा डैम का 1-1 गेट अभी तक खुला हुआ है, वहीं सुबह 8:15 बजे सीजन में पहली बार केरवा डैम का एक गेट खोला गया।
नर्मदापुरम में मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। लगातार हो रही बारिश से तवा और रायसेन के बारना डैम के गेट खोले गए। मंगलवार शाम 6 बजे तक तवा डैम के 3 गेट 5 फीट तक खोलकर पानी छोड़ा जा रहा था। डैम में तेजी से पानी बढ़ने के कारण रात 8 बजे 5 गेट, फिर 9.30 बजे से 9 गेट 7 फीट तक खोले गए।
इसके बाद तवा डैम के सभी 13 सभी गेट 10 फीट तक खोले गए हैं, जिनसे 98,325 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। उधर रात 10 बजे तक बारना डैम के 8 गेट 1.5 मीटर तक खोले गए हैं। डैम से पानी छोड़ने का असर सबसे ज्यादा बैतूल, हरदा और आंवलीघाट पर रहेगा। यहां पर अलर्ट भी जारी किया जा चुका है।
तवा डैम के कैचमेंट एरिया पचमढ़ी और बैतूल में लगातार हो रही बारिश की वजह से तवा डैम के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है। गवर्निंग लेवल से पानी ऊपर जाने के कारण डैम के गेट खोले जा रहे हैं। सुखतवा में अस्थाई पुल पर बार-बार पानी आ जाने के कारण नेशनल हाईवे बंद हो जा रहा है।
इधर तवा डैम और बरना डैम के गेट खोले जाने के बाद नरवारी के निचले इलाकों में जल स्तर की बढ़ोतरी होगी, जिसके लिए प्रशासन ने मुनादी कराकर सभी को अलर्ट किया है। नर्मदापुरम, बुदनी, सिवनी मालवा, टिमरनी, हरदा, हंडिया तहसील में नर्मदा नदी के पास निचले स्तर पर रहने वाले लोगों को अलर्ट रखा गया है।
भारी बारिश के चलते रतलाम रेल मंडल से गुजरने वाली कई गाड़ियां प्रभावित हुई हैं। दाहोद-भोपाल मेमू एवं रतलाम-बीना एक्सप्रेस आज निरस्त कर दी गई है। सुबह से जारी तेज बारिश से शहर के निचले इलाकों में भी जलभराव की स्थिति बनी हुई है। उज्जैन में भी 24 घंटों के भीतर 2.04 इंच बारिश हुई।
सड़कों पर एक से डेढ़ फीट तक पानी भरा गया। सड़क पर तालाब जैसा नजारा दिखाई देने लगा। आसपास के क्षेत्रों में हो रही तेज बारिश की वजह से शिप्रा नदी में भी उफान आना शुरू हो गया और शाम तक नदी का पानी छोटे पुल को पार कर गया। इस दौरान एक जर्जर मकान ढह गया।
मौसम विभाग का कहना है कि मानसून की ट्रफ लाइन नलिया-अहमदाबाद से लेकर इंदौर-मंडला-रायगढ़ और निम्न दाब के केंद्र से होते हुए उत्तरी अंडमान सागर तक फैली है। इस कारण प्रदेश में बारिश हो रही है। अगले दो दिन भी प्रदेश में तेज बारिश होती रहेगी।