MP उपचुनाव : BJP की चुनावी कलश यात्रा जिसमे नहीं दिखा कोरोना का डर

By SHUBHAM SHARMA

Published on:

mp upchunaav bjp ki chunavi kalash yatra

इंदौर: एक ओर प्रदेश में जहां रोजाना कोरोना के आंकड़े बढ़ रहे हैं, लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा जा रहा है, वहीं भारतीय जनता पार्टी लोगों की जान से खिलवाड़ करने में पीछे नहीं हट रही है. नेता या कार्यकर्ता तक तो ठीक है, लेकिन जब ऐसा खुद शिवराज के मंत्री करें तो यह बात गले से नहीं उतरती. तुलसी सिलावट के विधान सभा क्षेत्र में कुछ ऐसा ही नजारा रविवार को देखने को मिला. हालांकि भाजपा नेता राजेश सोनकर ने कहा कि कलश यात्रा की परमिशन प्रशासन से ली गई थी.

यहां हजारों की तादाद में महिलाएं बिना मास्क लगाए कलश यात्रा में शामिल रहीं. जबकि प्रशासन ने किसी भी तरह के धार्मिक-चुनावी आयोजनों पर रोक लगा रखी है. बावजूद इसके लोग आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं. इसका वीडियो दिनभर वायरल होता है.

क्यों निकल रही है कलश यात्रा?
दरअसल, आने वाले दिनों में प्रदेश में उपचुनाव हैं. सांवेर की सीट पर भी चुनाव होने हैं, जिसके लिए बीजेपी 5 सितंबर से 9 सितंबर के बीच सांवेर विधानसभा के हर गांव में कलश यात्रा निकाल रही है. इसमें पार्टी ने प्रशासन से अनुमति लिए बिना ही पूरे क्षेत्र में 2 हजार महिलाओं के साथ कलश यात्रा निकाली. इस दौरान लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान नहीं रहा. कलश यात्रा को बकायदा बैंड-बाजे के साथ निकाला गया है. इस कलश यात्रा के कर्ता-धर्ता मंत्री तुलसीराम सिलावट ही थे.

भाजपा लड़ेगी चुनाव, जनता लड़ेगी कोरोना से
इंदौर में कोरोना के अब तक 14 हजार से ज्यादा मामले आ चुके हैं. 418 लोगों की मौत भी हो चुकी है. बावजूद इसके भाजपा चुनावी कलश यात्रा को सफल बनाने के लिए जनता की जान से खिलवाड़ कर रही है. जहा कोरोना संक्रमण पूरे प्रदेश में इतना भयावह रूप ले रहा है, वहीं सरकार संक्रमण से लड़ने के बजाय सत्ता हासिल करने के पीछे परेशान है. इस मामले के बचाव में भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश सोनकर का कहना है कि इस कलश यात्रा के लिए प्रशासन और पुलिस को पहले ही जानकारी दे दी गई थी.

SHUBHAM SHARMA

Shubham Sharma is an Indian Journalist and Media personality. He is the Director of the Khabar Arena Media & Network Private Limited , an Indian media conglomerate, and founded Khabar Satta News Website in 2017.