गुना: अगर नीयत साफ और इरादे नेक हों तो सोशल मीडिया की भूमिका लोगों को ट्रोल करने और फेक न्यूज फैलाने की जगह किसी की मदद करने में काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकती है. ऐसे अनेकों उदाहरण हमारे सामने हैं जब सोशल मीडिया की मदद से लोगों ने किसी जरूरतमंद को मदद पहुंचाई है. कोरोना के कारण लागू हुए देशव्यापी लॉकडाउन के दौर में तो सोशल मीडिया की मदद से करोड़ों लोगों तक मदद पहुंची. ऐसा ही एक ताजा मामला मध्य प्रदेश से सामने आया है.
ट्विटर पर विकास तिवारी नाम के एक यूजर ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को टैग करते हुए एक बच्ची के लिए मदद की गुहार लगाई थी. इस ट्विटर यूजर ने लिखा, ”बच्ची के सिर में कीड़े पड़ गए हैं, बच्ची दिन रात तड़प तड़प कर रोती रहती है, उसके इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है, गरीब परिवार है, गुना जिले के सरकारी चिकित्सालय में सर्जिकल वॉर्ड बेड नं 3 पर थी प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई, कृपया मदद करें.”
विकास तिवारी नाम के ट्विटर यूजर के इस ट्वीट को पत्रकार सुशांत सिंहा ने रिट्वीट करते हुए लिखा, ”कुछ मदद कीजिए शिवराज चौहान जी.” मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते मंगलवार देर रात 2 बजे इस ट्वीट का संज्ञान लिया. उन्होंने पत्रकार सुशांत सिंहा के ट्वीट पर कॉमेंट किया, ”हमारे संज्ञान में मामला लाने के लिए आपका शुक्रिया. हम जरूरतमंद की मदद करेंगे.”
अगले दिन गुना सांसद डॉ कृष्णपाल सिंह यादव ने ट्वीट कर बच्ची के इलाज के बारे में जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट किया, ”गुना जिला अस्पताल के CMHO श्री पी.बुनकर जी से चर्चा कर बच्ची का इलाज डॉक्टर की देखरेख में शुरू कराया गया. अब वह शीघ्र ही पूर्ण स्वस्थ हो पहले की तरह मुस्कुराएगी.” इस तरह एक जरूरतमंद बच्ची तक इलाज पहुंचाने में ट्विटर की भूमिका काफी महत्वपूर्ण साबित हुई.