शाजापुर: मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले से मां की ममता को दर्शाने वाली एक खबर सामने आई है. जहां एक अंधी मां अपने बीमार बेटे के लिए 10 यूनिट खून के लिए दर-दर भटक रही है. लंबा समय बीत जाने के बाद भी उसे कोई मदद नहीं मिल पायी है.
दरअसल, इस मां के बेटे का नाम सुरेश मालवीय है और वो शाजापुर जिले में शुजालपुर के एक होटल में काम करता है. सुरेश मालवीय अपनी मां और परिवार के साथ प्रधानमंत्री आवास योजना में बने मकान में रहता है. जानकारी के मुताबिक सुरेश की आंतों में रक्त का थक्का जम चुका है और वह 2 महीने से मध्यप्रदेश के निजी अस्पतालों में इलाज के लिए घूम रहा है.
सर्जरी में लाखों रुपए का खर्च होने कारण सुरेश को दिल्ली के एम्स अस्पताल भेजा गया. जहां सभी जांच हो चुकी थी और आयुष्मान कार्ड की मदद से ऑपरेशन भी होने वाला था.
लेकिन कोरोना काल के चलते अस्पताल प्रबंधन के पास मरीज को चढ़ाने के लिए 10 यूनिट खून नहीं है. एम्स अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों को 10 यूनिट ब्लड अरेंज करने को कहा है. जिसके बाद नेत्रहीन मां के बुढ़ापे का सहारा बेटा शुजालपुर वापस लौट आया.
सुरेश की मां गंगा बाई का कहना है कि बेटे के लिए अब तक दिल्ली में 10 यूनिट ब्लड नहीं होने से इसकी सर्जरी रुकी हुई है. गंगा बाई कहती हैं कि आंखें न होने के बाद भी उन्होंने बेटे को पाल पोसकर बड़ा किया. पति की मौत के बाद बेटा ही उसका सहारा है.
वहीं सुरेश की पत्नी का कहना है कि वह एक स्कूल में प्यून का काम करती है. लेकिन पति के बीमार होने के बाद वह भी काम पर नहीं जा रही है. सुरेश के दो छोटे बच्चे हैं जो अव्यस्क होने के कारण खून नहीं दे सकते. ऐसे में खून न मिलने से उसका उपचार रुका हुआ है. रोगी सुरेश भी रक्त दाताओं से संपर्क करने की कोशिश करता रहा है.
परिजनों ने गुहार लगाई है कि रोगी सुरेश मालवीय निवासी शुजालपुर, यूएचआईडी 105187399 दर्ज कराकर दिल्ली के एम्स अस्पताल में किसी भी रक्त समूह की 10 यूनिट डोनट कर सकते हैं. इसके लिए उन्होंने मोबाइल नंबर 87200-97558 भी दिया है.