भोपाल। भोपाल में 7976 लोगों पर किए गए एंटीबॉडी सर्वे ([सीरो सर्विलांस)] में 18 फीसद लोगों में कोरोना से ल़़डने वाली एंटीबॉडी मिली है। सर्वे के तहत सात सितंबर से 21 सितंबर के बीच शहर के सभी 85 वार्डो से लोगों के रक्त के सैंपल लेकर जीएमसी की वायरोलॉजी लैब में एंटीबॉडी की जांच कराई गई थी। यह जानकारी स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव मो. सुलेमान ने सोमवार को कोरोना योद्धाओं के लिए आयोजित सम्मान कार्यक्रम में दी।
मिंटो हॉल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग मौजूद थे। 18 फीसद लोगों में एंटीबॉडी पाए जाने के आधार पर अनुमान लगाया जा सकता है कि भोपाल की करीब 28 लाख की आबादी में पांच लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके होंगे।
बता दें कि वायरस के संक्रमण के बाद उससे ल़़डने के लिए शरीर में एंटीबॉडी बनती है। इसके पहले इंदौर में वहां के सरकारी मेडिकल कॉलेज और जिला प्रशासन द्वारा कराए गए सर्वे में सात फीसद लोगों में एंटीबॉडी मिली थी। एम्स भोपाल ने अगस्त में उज्जैन में 3500 लोगों का सैंपल लेकर जांच की थी। इसमें 11 फीसद लोगों में एंटीबॉडी मिली थी।
इनको किया सम्मानित जबलपुर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, देवास की जिला पंचायत सीईओ शीतला पटेल, भिंड के सीएमएचओ डा.अजीत मिश्रा, ग्वालियर के लैब टेक्नीशियन दीपक बाथम, इंदौर की महामारी विशेषज्ञ अंशुल मिश्रा, डाटा मैनेजर अपूर्वा तिवारी, स्टाफ नर्स जयश्री कुलकर्णी। भोपाल के सीएमएचओ डा. प्रभाकर तिवारी को भी मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया।