हरदोई: बंदूक बनाने वाले मशहूर ब्रिटिश कंपनी वेब्ले एंड स्कॉट (Webley & Scott) नवंबर से उत्तर प्रदेश के हरदोई में अपना मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने जा रही है. भारतीय उपमहाद्वीप में वेब्ले एंड स्कॉट का यह पहला मैन्युफैक्चरिंग यूनिट होगा. इसी कंपनी ने प्रथम और द्वितीय विश्व युद्धों के दौरान मित्र देशों की सेनाओं को हथियारों से लैस किया था. वेब्ले एंड स्कॉट 15 देशों के लिए हथियारों का उत्पादन करती है.
हरदोई के संडीला में होगी W&S की यूनिट
कंपनी अपनी नई यूनिट हरदोई जिले के संडीला में लगाएगी, जो राज्य की राजधानी लखनऊ से 30 किमी की दूरी पर स्थित है. भारत में फायर आर्म्स बनाने वाली यह पहली विदेशी कंपनी होगी. हैंडगन बनाने के लिए मशहूर इस दिग्गज कंपनी ने प्रोजेक्ट के लिए लखनऊ स्थित सियाल मैन्युफैक्चरर्स प्राइवेट लिमिटेड (Sial Manufacturers Pvt Ltd) के साथ करार किया है. कंपनी अपने संडीला यूनिट में शुरुआत में .32 रिवॉल्वर का प्रॉडक्शन करेगी, बाद में गोला-बारूद, शॉटगन और एयरगन का प्रॉडक्शन भी शुरू होगा.
W&S के उत्पादों की कितनी कीमत होगी?
वेबल एंड स्कॉट कंपनी के मुताबिक उसने इंडियन मार्केट को ध्यान में रखकर यहां निवेश करने का निर्णय लिया है. डब्ल्यू एंड एस के उत्पादों का ऑल इंडिया डिस्ट्रीब्यूशन सियाल मैन्युफैक्चरर्स के पास होगा. कंपनी की भारत में बनी .32 रिवॉल्वर की कीमत 1.6 लाख रुपए, .32 ऑटो पिस्टर की कीमत 2.5 से 3 लाख, टॉमहॉक स्प्रिंग पॉवर्ड एयर राइफल की कीमत 10 से 15 हजार और पंप एक्शन शॉटगन की कीमत 50 से 60 हजार रुपए होगी.