चंडीगढ़। पंजाब में नर्सिंग की पढ़ाई महंगी हो गई है। राज्य में नर्सिंग कॉलेजों में फीस में 40 फीसदी तक की वृद्धि की गई है। कैबिनेट बैठक में राज्य सरकार ने 2020-21 के शिक्षा सत्र से विभिन्न नर्सिंग कोर्सों की फीस में संशोधन को मंजूरी दे दी है। फीस बढ़ोतरी केवल 2020-21 से नए सत्र में दाखिल होने वाले नए विद्यार्थियों पर लागू होगी।पहले से कोर्स कर रहे विद्यार्थी पूरे कोर्स के लिए पुरानी फीस का ही भुगतान करेंगे।
बढ़ाई गई फीस 2020-21 के सत्र में दाखिला लेने वाले नए विद्यार्थियों के लिए होगी लागू
यह मंजूरी मेडिकल शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग की ओर से 29 जनवरी 2020 को विभाग के प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में गठित कमेटी की सिफारिशों और पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट की ओर से दो अगस्त, 2017 को सिविल रिट्ट पटीशन के संबंध में पास किए गए आदेशों का पालन करते हुए दी गई है।
नर्सिंग कॉलेजों में फीस बढ़ोतरी को पंजाब कैबिनेट ने दी मंजूरी, हर साल बढ़ेगी पांच फीसद फीस
सरकारी और निजी नर्सिंग कालेजों में एएनएम नर्सिंग कोर्स और निजी कालेजों में बीएससी नर्सिंग (बेसिक व पोस्ट बेसिक) के संबंध में भी संशोधन किया गया है। एएनएम कोर्स के लिए सरकारी संस्थानों में प्रति साल 5000 रुपये फीस को बढ़ाकर 7000 रुपये और निजी संस्थानों में 14375 रुपये से बढ़ाकर 18000 रुपये करने का प्रावधान किया गया है
बढ़ाई गई फीस 2020-21 के सत्र में दाखिला लेने वाले नए विद्यार्थियों के लिए होगी लागू
बीएससी नर्सिंग (बेसिक व पोस्ट बेसिक) कोर्स की फीस में सरकारी संस्थान में बढ़ोतरी नहीं की जाएगी। जबकि निजी संस्थान में इस कोर्स की फीस को 40250 रुपये से बढ़ाकर 50000 रुपये प्रति साल करने का प्रस्ताव दिया गया है। वहीं, कमेटी ने सरकारी संस्थानों में एमएससी (नर्सिंग) कोर्स की फीस में बढ़ोतरी न करने का प्रस्ताव दिया था।
कमेटी की सिफारिशों के अनुसार मंत्रीमंडल ने पांच साल के लिए सरकारी और निजी दोनों संस्थानों में आगामी शिक्षा सत्र से फीस में हर साल पांच फीसद बढ़ोतरी करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है। पांच साल बाद फीस संशोधन को लेकर दोबारा समीक्षा की जायेगी।
मेट्रन पद पर तरक्की के लिए समय सीमा घटाई
कैबिनेट ने मेट्रन पद के लिए तरक्की के लिए कम से कम पांच साल के तजुर्बे को घटाकर तीन साल करने के लिए पंजाब सेहत एवं परिवार कल्याण तकनीकी (ग्रुप बी) सर्विस रूल्स, 2018 में संशोधन को भी मंजूरी दे दी है।
कपूरथलाऔर होशियारपुर के सरकारी मैडीकल कॉलेजों का नाम बदलने की मंजूरी
कैबिनेट की बैठक में कपूरथला के सरकारी मेडिकल कॉलेज का नाम बदल कर श्री गुरु नानक देव स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस और होशियारपुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज का नाम शहीद ऊधम सिंह स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस रखने की मंजूरी दे दी गई।
मंत्रिमंडल ने बदले हुए नाम के अनुसार रजिस्ट्रेशन को भी मंजूरी दे दी है, ताकि मेमोरंडम ऑफ एसोसिएशन और रूल्स एंड रेगूलेशन ऑफ सोसायटी के मुताबिक इन मेडिकल संस्थाओं को प्रभावी ढंग से चलाया जा सके। मेडिकल शिक्षा और अनुसंधान विभाग का मानना है कि नए स्थापित होने वाले मेडिकल साइंस इंस्टीट्यूटस के बेहतर प्रबंधन के लिए इनको सोसायटी के अधीन स्थापित किया जाना चाहिए।